

नमस्कार, देशज टाइम्स पढ़ रहें है आप, आपके साथ में प्रभाष रंजन आज एक कहानी से शुरू करेंगे जिसका Climax… The Ba*ds of Bollywood* से भी ज़ोरदार है।
कहानी दरभंगा की — जहां प्यार WhatsApp पर शुरू हुआ और…
इंजीनियर बाबू समझ बैठे कि अबकी बार किस्मत ने मुस्कुरा दिया है।
लड़की से बात हुई, बातें बढ़ीं, फिर VIDEO CALL, फिर ‘तुम बहुत अलग हो’ वाला डायलॉग, और फिर ‘पापा मान गए’ वाला ‘ ड्रामा ‘…
इंजीनियर बाबू के चेहरे पर चमक और मोबाइल में नोटिफिकेशन — दोनों साथ-साथ आने लगे।
लड़की बोली — “मैं मुंबई से हूं, करेंसी ट्रेडिंग में काम करती हूं, थोड़ा पैसा लगाओ न, जल्दी डबल कर दूंगी।”
अब बेचारे इंजीनियर बाबू का दिल टक्कर खा गया। सोचे — “अपना तो जुगाड़ भी मिल गया, प्यार भी और पैसा भी…पैसा ही पैसा होगा”
बस, यहीं से शुरू हुआ प्यार का सॉफ्टवेयर अपडेट — जो निकला VIRUS!
व्हाट्सएप चैट से लेकर हनीमून प्लान तक कहानी आगे बढ़ी, पर असली ‘हनीमून’ तो …उनके बैंक अकाउंट का हो गया।
पहले दोस्ती, फिर मोहब्बत, फिर “ट्रेडिंग में इन्वेस्ट करो जान” — और इंजीनियर बाबू ने बिना दो बार सोचे लगा दिए 27 लाख, लोहा गरम है मार दो हथौड़ा।
उधर लड़की बोली — “बस थोड़ा वेट करो, अभी प्रॉफिट आने वाला है।”
इधर प्रॉफिट तो क्या आता, अकाउंट से पैसा गायब और नंबर स्विच ऑफ!
अब इंजीनियर बाबू को समझ आया कि ये प्यार नहीं, साइबर ठगी का नया लेवल था —
जहां ‘आई लव यू’ की जगह ‘आई लूट यू’ निकला!
पुलिस अब जांच में जुटी है, पर सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं —
“अब तो भाई, ऑनलाइन प्यार करने से पहले KYC कर लो… वरना दुल्हन निकलेगी ‘क्रिप्टो क्वीन’!”
अब फ़िल्मी पर्दों से उतरते हैं और यह कहानी सच्ची घटनाओं पर आधारित है, मामला — जिले में साइबर ठगों (Cyber Thugs) का जाल तेजी से फैलता जा रहा है। अब साइबर अपराधियों ने प्यार और शादी के झांसे में फंसाकर एक इंजीनियर युवक से 27 लाख रुपये ठग लिए। इतना ही नहीं, ठगों ने हनीमून प्लानिंग (Honeymoon Planning) के नाम पर और 5 लाख रुपये ऐंठने की साजिश भी रची थी।
पहले दोस्ती, फिर प्यार, और फिर ठगी की साजिश
विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के जीएम रोड, रेडियो स्टेशन निवासी एक इंजीनियर युवक ने बताया कि एक अप्रैल 2025 को उनके मोबाइल पर मुंबई निवासी बताने वाली “अर्चना सिंह” नामक महिला का फोन आया।
महिला ने कहा कि वह करेंसी ट्रेडिंग में निवेश कर भारी मुनाफा दिला सकती है। इसके बाद उसने व्हाट्सएप पर एक वेबसाइट का लिंक भेजा।
इंजीनियर ने जब अपनी मां के जॉइंट अकाउंट से 40 हजार रुपये भेजे, तो कुछ ही देर बाद 45,280 रुपये वापस खाते में आए। इससे उन्हें भरोसा हो गया और उन्होंने 5 व 7 अप्रैल को फिर से एक-एक लाख रुपये भेज दिए।
लेकिन इस बार राशि वापस नहीं आई और अर्चना ने फोन उठाना बंद कर दिया।
‘सुधा राय’ बनकर लौटी ठग – प्यार में फंसाया
कुछ दिन बाद इंजीनियर के मोबाइल पर “सुधा राय” नाम की महिला का फोन आया। उसने कहा कि वह ट्रेडिंग एक्सपर्ट है और 50 हजार रुपये इन्वेस्ट करने को कहा।
युवक ने पैसे भेजे और फिर 4 हजार का मुनाफा दिखाया गया।
इसके बाद सुधा राय ने इंजीनियर से लगातार व्हाट्सएप और कॉलिंग पर बात करना शुरू किया। धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में बदली, और फिर सुधा ने कहा कि वह इंजीनियर की दुल्हन बनना चाहती है।
शादी और हनीमून के सपनों में डूबा इंजीनियर फंसता गया जाल में
प्यार के जाल में फंसे इंजीनियर ने लगातार रुपये इन्वेस्ट करने शुरू कर दिए।
10 अप्रैल से 1 मई 2025 तक इंजीनियर ने कुल 15 लाख 50 हजार रुपये ठगों को ट्रांसफर किए।
इसके बाद टैक्स राशि जमा करने के बहाने से 6 मई से 13 मई के बीच 16 लाख 55 हजार रुपये और भेजे।
कुल मिलाकर 27 लाख रुपये से अधिक की ठगी हो चुकी थी।
कस्टमर केयर चार्ज सुनकर टूटा भ्रम
जब सुधा ने कहा कि अब खाते से पैसा निकालने के लिए 2 लाख 40 हजार “कस्टमर केयर चार्ज” भेजना होगा, तब इंजीनियर को शक हुआ कि वह साइबर ठगी का शिकार हो चुके हैं।
जब उन्होंने फोन किया, तो महिला का नंबर बंद मिला।
इसके बाद इंजीनियर ने साइबर थाना दरभंगा में शिकायत दर्ज कराई।
साइबर डीएसपी बिपिन बिहारी ने बताया
पीड़ित इंजीनियर की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई है और मामले की जांच चल रही है।
उन्होंने कहा कि साइबर ठग अब रिश्ते, प्यार और शादी जैसे भावनात्मक तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं, इसलिए जनता को सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
देशज सलाह
किसी अनजान व्यक्ति से ऑनलाइन निवेश या व्यक्तिगत बातों में न उलझें।
किसी भी ट्रेडिंग लिंक, वेबसाइट या ऐप पर पैसे भेजने से पहले उसकी वास्तविकता की जांच करें।
साइबर ठगी से जुड़ी किसी भी घटना की रिपोर्ट तुरंत साइबर थाना या हेल्पलाइन 1930 पर करें।








