

प्रभास रंजन, दरभंगा | सोनकी थाना क्षेत्र के देकुली चट्टी गांव में सोमवार की देर रात उस समय हड़कंप मच गया जब उत्पाद विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया।
इस घटना में एक दरोगा, चार सिपाही और एक चौकीदार घायल हो गए। ग्रामीणों ने दरोगा को कई घंटे तक बंधक बनाकर रखा।
गुप्त सूचना पर की गई थी छापेमारी
उत्पाद विभाग को सूचना मिली थी कि गांव में देसी शराब की बिक्री की जा रही है। सूचना के आधार पर दरोगा अरुण कुमार राय की अगुवाई में टीम गांव पहुंची। टीम में पुरुष और महिला दोनों सिपाही शामिल थे।
वहाँ शराब बेच रही महिला सुनीता देवी को पुलिस ने देसी शराब के साथ हिरासत में लिया। इसी दौरान ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
रोड़ेबाजी में सरकारी वाहन क्षतिग्रस्त
ग्रामीणों के उग्र हो जाने पर टीम पर रोड़ेबाजी शुरू कर दी गई, जिसमें दरोगा अरुण कुमार राय, सिपाही प्रभाकर सिंह, कृष्ण कुमार सिंह, अंकिता कुमारी और चौकीदार प्रमोद कुमार यादव सहित अन्य कर्मी घायल हो गए।
ग्रामीणों की भीड़ ने सरकारी वाहन का शीशा तोड़ दिया और दरोगा को कई घंटों तक बंधक बनाए रखा।
सोनकी पुलिस ने पहुंचकर कराया मुक्त
घटना की सूचना मिलते ही सोनकी थानाध्यक्ष प्रताप कुमार सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने ग्रामीणों को खदेड़कर स्थिति पर काबू पाया और बंधक दरोगा को मुक्त कराया।
सभी घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।
उत्पाद उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया
छापेमारी के दौरान एक महिला शराब कारोबारी सुनीता देवी को देसी शराब के साथ गिरफ्तार किया गया है।
मामले में कॉफी ज्वेलर्स, दीपक किराना स्टोर्स और मिठाई दुकान के मालिक सहित कई लोगों पर केस दर्ज किया गया है। थानाध्यक्ष ने कहा कि सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
पुलिस पर हमले की बढ़ती घटनाओं से चिंतित प्रशासन
हाल के दिनों में शराब कारोबारियों पर कार्रवाई के दौरान पुलिस टीम पर हमले की घटनाएं बढ़ी हैं। अधिकारियों का मानना है कि इन घटनाओं पर सख्त रणनीति बनाना जरूरी है ताकि प्रशासनिक कार्रवाई निर्भीकता से की जा सके।








