

जहां से शराबबंदी को मिला था साथ, वहीं की महिलाएं बनीं शराब कारोबारी – दरभंगा में तीन गिरफ्तार! नीतीश की शराबबंदी को लगा झटका! घर बचाने वाली महिलाएं बनीं शराब तस्कर! दरभंगा में बाल सुधार गृह के पास धरा गया गिरोह। दरभंगा में 3 महिलाएं ब्रांडेड शराब के साथ पकड़ी गईं।@प्रभास रंजन, देशज टाइम्स दरभंगा।
दरभंगा में महिला शराब माफिया का भंडाफोड़: 21 लीटर विदेशी शराब के साथ 3 गिरफ्तार
शराबबंदी की समर्थक महिलाएं ही निकलीं शराब माफिया? दरभंगा से हुई गिरफ्तारी। दरभंगा में महिला शराब माफिया का खुलासा! बाल सुधार गृह के पास हो रहा था धंधा। बोलती बंद कर देगी ये खबर! दरभंगा में तीन महिलाएं 21 लीटर विदेशी शराब के साथ पकड़ी गईं।शराबबंदी का मजाक उड़ाती ये तस्वीर! 3 महिलाएं विदेशी शराब के साथ गिरफ्तार, पूछताछ जारी@देशज टाइम्स दरभंगा।
बाल सुधार गृह के पास से पकड़ी गई शराब तस्कर महिलाएं, पुलिस कर रही मुख्य सप्लायर की तलाश
दरभंगा, देशज टाइम्स। बिहार में लागू शराबबंदी कानून के बावजूद अवैध शराब कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है, और हैरानी की बात यह है कि अब इसमें महिलाएं भी बड़ी भूमिका निभा रही हैं। दरभंगा के लहेरियासराय थाना क्षेत्र में पुलिस ने 21 लीटर से अधिक विदेशी ब्रांडेड शराब के साथ तीन महिला तस्करों को गिरफ्तार किया है।
कहां और कैसे हुई गिरफ्तारी?
यह कार्रवाई सैदनगर मोहल्ले स्थित बाल सुधार गृह के पास की गई। गुप्त सूचना पर थानाध्यक्ष अमित कुमार की अगुवाई में टीम ने पिंकी देवी, दामिनी देवी और ललिया देवी नामक तीन महिलाओं को पकड़ा।
इनके पास से महंगी ब्रांडेड शराब की कई बोतलें बरामद हुईं।
“हमें इनपुट मिला था कि तीन महिलाएं शराब लेकर शहर में प्रवेश कर रही हैं। मौके पर पहुंचकर तलाशी ली गई तो भारी मात्रा में शराब मिला।”
— अमित कुमार, थानाध्यक्ष, लहेरियासराय
महिलाएं ही अब बन रही हैं शराब माफिया की हिस्सा?
जब बिहार सरकार ने 2016 में शराबबंदी लागू की थी, तब महिलाओं ने इस फैसले का जोरदार स्वागत किया था। लेकिन अब वही महिलाएं शराब तस्करी में लिप्त पाई जा रही हैं, जो कि एक सामाजिक विडंबना है।
पूछताछ जारी, बड़े नेटवर्क की आशंका
गिरफ्तार महिलाओं से पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि वे किसी बड़े शराब माफिया गिरोह से जुड़ी हो सकती हैं। पुलिस अब उनके बताए मुख्य सप्लायर की तलाश में छापेमारी कर रही है।
कानूनी कार्रवाई
गिरफ्तार तीनों महिलाओं को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद अधिनियम 2016 के तहत इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।








