कुशेश्वरस्थान पूर्वी, देशज टाइम्स वरीय संवाददाता। पंचायत चुनाव के लगभग सात माह बीत जाने के बाद भी आज तक नए वार्ड सदस्यों को नहीं मिला है वार्ड का संपूर्ण प्रभार। क्या हो रही परेशानी, कहां फंसा है मामला, कैसे मिलेगी निजात, पढ़िए प्रशांत कुमार की यह रिपोर्ट।
प्रभार नहीं होने के कारण वार्ड में विकास कार्य बाधित
हो रही है। नव निर्वाचित वार्ड सदस्य प्रभार के लिए कई महीनों से प्रखंड मुख्यालय का चक्कर लगा रहे है। बीडीओ किशोर कुमार ने (BDO Kishore Kumar) प्रभार आदान प्रदान के लिए कई बार पुराने एवं नए वार्ड सदस्यों की बैठक बुलाकर अल्टीमेटम भी दिया। पर पुराने वार्ड सदस्यों पर इसका कोई असर (FIR will be registered against representatives) नहीं हो रहा है।
इसके बाद बीडीओ ने कुशेश्वरस्थान थाना एवं तिलकेश्वर ओपी को
वार्ड सदस्यों के प्रभार के लिए पत्र लिखा जिसमे सभी वार्ड सदस्यों को एक सप्ताह के भीतर प्रभार देने की बात कही गई। थाना की ओर से सभी वार्ड सदस्यों को प्रभार आदान-प्रदान के लिए नोटिस किया गया। नोटिस मिलने के बाद कुछ ही वार्ड सदस्य ऐसे थे, जिन्होंने नव निर्वाचित वार्ड सदस्य को प्रभार सौंपा।
सौंपे गए प्रभार में भी रोकड़ पंजी, कैश बुक बांकी करके प्रभार दिया गया। इसमें पुराने वार्ड सदस्यों को एक सप्ताह का मौहलत दिया गया है। एक सप्ताह के भीतर सभी वार्ड सदस्य संपूर्ण प्रभार देंगे। इस मामले में जिला पदाधिकारी के पत्रांक 1717 दिनांक 25/06/22 के आलोक में स्पष्ट निर्देश दिया गया कि 29 जून तक हर हाल में सभी नव निर्वाचित वार्ड सदस्य को प्रभार दिलाना सुनिश्चित करें और जो वार्ड सदस्य प्रभार नहीं देता है, वैसे वार्ड सदस्य पर प्राथमिकी दर्ज करें। जिला पदाधिकारी के सख्त निर्देश के बाद भी दर्जनों पुराने वार्ड सदस्य ऐसे है जो प्रभार नही दे रहा है।
कि सुघराइन पंचायत के वार्ड संख्या 01 वार्ड सदस्य श्रवण साह वार्ड सचिव जीवछ यादव वहीं केवटगामा पंचायत वार्ड दो की सदस्य सोनम देवी और वार्ड सचिव सुरेंद्र यादव को बार-बार नोटिस करने के बाद भी वह प्रखंड कार्यालय नहीं आए। उन्होंने कहा,(BDO Kishore Kumar) प्रभार नहीं देने को लेकर उक्त दोनों वार्ड सदस्यों पर प्राथमिकी दर्ज करने के लिए स्थानीय थाना को लिखा गया है।
जहां तक संपूर्ण प्रभार का बात है तो एक सप्ताह पूरे होने पर अगर वैसे पुराने वार्ड जिन्होंने संपूर्ण प्रभार नहीं दिया है। अगर नव निर्वाचित वार्ड सदस्य इसकी शिकायत करते हैं कि संपूर्ण प्रभार नहीं दिया गया तो वैसे वार्ड सदस्यों पर भी कार्रवाई की जाएगी।