बिरौल अनुमंडल, देशज टाइम्स। गर्मी और उमस के बीच जब तेज हवाओं के झोंके चलते हैं तो बिरौल अनुमंडल में दो खतरा सबसे बड़े रूप में सामने आता है। पहला अगलगी और दूसरा नौका हादसा।
इन दिनों नौका हादसा कुशेश्वरस्थान में सबको हतप्रभ कर गमगीन कर गया। वहीं, अगलगी की घटनाएं लगातार होती रहीं हैं। इसी अगलगी से बचाव के गुर और लोगों खासकर महिलाओं को उसके बचाव के गुर सिखाए गए।
जानकारी के अनुसार, थाना क्षेत्र के पड़री गांव में अग्निशमन दस्ता दल के कर्मियों अग्निशमन दल के प्रधान अग्निक विपिन कुमार,अग्नि चालक ब्रजेश कुमार, अग्निक अखिलेश कुमार ने रविवार को अगलगी जैसी आपदा से बचाव के लिए माक ड्रिल का आयोजन किया। साथ ही समुदाय आधारित आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यक्रम अंतर्गत अगलगी जैसी आपदा से बचाव के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया।
टीम ने बताया कि कैसे आपदा से बचाव के लिए स्थानीय ग्रामीणों को जागरुक होना होगा। गैस सिलेंडर से अधिकांश आग लगती है या फिर चूल्हों की चिंगारी से आग धधकता है। इससे ना सिर्फ आपके घर में आग लगती है बल्कि आग पड़ोसियों के घरों को भी राख कर देती है।
अगलगी की घटना तो एक घर से प्रारंभ होती है लेकिन मिनटों में सैकड़ों घरों को जलाकर राख कर देती है। थोड़ी सी असावधानी के कारण अधिक मात्रा में जान-माल की क्षति होती है जिसके कारण हमारे वर्षों की मेहनत की कमाई हुई संपत्ति पल भर में जलकर राख हो जाती है। इसलिए हमें सावधानी पूर्वक घरेलू कार्य करने की आवश्यकता है।
अग्निशमनकर्मियों मॉक ड्रील से अग्निशमन कर्मी मंगल किशोर राय ने बताया कि जब तेज हवा चल रही हो तो खाना ना बनाएं। भोजन बनाते समय एक से दो बाल्टी पानी पास में अवश्य रखें। जहां भोजन बनाया जाता है उसके आसपास कोई भी सूखा जलावन ना रखें। दीपक, लालटेन, मोमबत्ती आदि को ऐसी जगह पर ना रखें जहां गिरकर आग लगने की संभावना हो।