प्रभाष रंजन, दरभंगा। बाइक चोरी के आरोप में बाल सुधार गृह में बंद नाबालिग को छुड़ाने के लिए नकली स्थानांतरण प्रमाण पत्र (Transfer Certificate) देने के मामले में लहेरियासराय थाना पुलिस ने फरार चल रहे उपेंद्र दास को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
कैसे हुआ खुलासा?
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने राजकीय मध्य विद्यालय दड़ीमा केवटी के प्रधानाध्यापक के नाम से फर्जी हस्ताक्षर कर कोर्ट में सर्टिफिकेट जमा किया था। जांच में पता चला कि उस स्कूल में रामचंद्र प्रसाद नाम का कोई प्रधानाध्यापक नहीं है, बल्कि रामचंद्र मंडल प्रधानाध्यापक हैं और उनके हस्ताक्षर भी सर्टिफिकेट पर नहीं थे।
बाइक चोरी से जुड़ा मामला
यह मामला बहादुरपुर थाना कांड संख्या 151/24 से जुड़ा है, जिसमें नाबालिग को हिरासत में लेकर बाल सुधार गृह भेजा गया था। इसके बाद न्यायालय के आदेश पर लहेरियासराय थाना कांड संख्या 278/25 दर्ज किया गया।
किसने बनाया फर्जी सर्टिफिकेट?
इस मामले में मुकेश कुमार, उपेंद्र दास, और रेखा देवी को आरोपी बनाया गया है। पूछताछ में उपेंद्र दास ने बताया कि पंचायत समिति सदस्य धर्मेंद्र दास (वाजिदपुर, बहादुरपुर) ने यह जाली प्रमाण पत्र बनवाकर दिया था।
थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया-
अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। गिरफ्तार उपेंद्र दास को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।