दरभंगा | उद्योग विभाग, बिहार सरकार द्वारा आयोजित बिहार आइडिया फेस्टिवल का शुभारंभ दरभंगा प्रेक्षागृह में सोमवार को दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय मंत्री नीतीश मिश्रा, आयुक्त दरभंगा प्रमंडल कौशल किशोर, जिलाधिकारी दरभंगा कौशल कुमार और उद्यमी श्रद्धा शर्मा ने किया।
उद्यमिता को नई दिशा देने की पहल
बिहार आइडिया फेस्टिवल, उद्यमिता के क्षेत्र में नई सोच को व्यावहारिक रूप से लागू करने की बिहार सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है।
यह कार्यक्रम बिहार के सभी 38 जिलों में आयोजित किया जा रहा है।
उद्देश्य है 10,000 नए बिजनेस आइडिया एकत्रित करना।
चयनित श्रेष्ठ आइडिया को बिहार स्टार्ट-अप नीति 2022 के तहत सीड फंडिंग (₹10 लाख) और एंजेल इन्वेस्टर सहित विभिन्न सहायता प्रदान की जाएगी।
दरभंगा प्रमंडल का योगदान
दरभंगा प्रमंडल से 2538 आवेदन प्राप्त हुए।
कार्यक्रम में लगभग 600 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें छात्र-छात्राएं, जीविका दीदी और विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थी शामिल थे।
अधिकारियों के संबोधन में मुख्य संदेश
जिलाधिकारी दरभंगा, कौशल कुमार
कार्यक्रम को “बिहार में बदलाव लाने की दिशा में सशक्त कदम” बताया।
कहा कि हर व्यक्ति में पोटेंशियल है, बस सही दिशा की आवश्यकता है।
उद्यमियों से आग्रह किया कि वे रोजगार पाने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें।
आयुक्त दरभंगा प्रमंडल, कौशल किशोर
क्षमता को पहचानने और दूसरों को रोजगार देने पर जोर दिया।
“एक-दूसरे से सीखें और सकारात्मक दृष्टिकोण से काम करें” — यही संदेश दिया।
माननीय मंत्री श्री नीतीश मिश्रा के विचार
जीविका दीदी की सराहना करते हुए कहा कि “वे बैंक का ऋण चुकाने में कभी विफल नहीं होतीं”।
बिहार स्टार्ट-अप नीति को “उत्कृष्ट” बताते हुए कहा कि राज्य के युवाओं में असीम प्रतिभा है।
शिक्षा और कौशल विकास के लिए सभी जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक कॉलेज और आईटीआई खोले गए हैं।
“स्थानीय उत्पाद को स्थानीय खरीद में प्राथमिकता मिलेगी” नीति पर बल दिया।
भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में देश का तीसरा स्थान और बिहार में 1500+ रजिस्टर्ड स्टार्टअप होने का उल्लेख किया।
स्टार्टअप को वैश्विक पहचान देने का लक्ष्य
मंत्री ने कहा कि आने वाले समय में बिहार के स्टार्टअप के पदचिह्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखे जाएंगे।
पटना में विशेष कार्यक्रम होगा, जिसमें चयनित प्रतिभागियों को स्टार्ट-अप पॉलिसी से जोड़ा जाएगा।
उद्यमियों को प्रोत्साहित किया कि वे भारत सरकार और बिहार सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ उठाएं।
स्टॉल निरीक्षण और हौसलाअफजाई
कार्यक्रम के अंत में मंत्री महोदय ने 22 स्टॉल का निरीक्षण किया और सभी उद्यमियों का हौसलावर्धन किया।