दरभंगा, देशज टाइम्स अपराध ब्यूरो। दरभंगा में दिल दिया, जिस्म भी बंटा, गर्भ भी गिरा…, शादी भी हुई… मगर हंगामा बरपा है। कारण, हसिबा खातून के साथ असरार अली की नाइंसाफी ने हसिबा को कहीं का ना छोड़ा। दोनों में प्रेम था।
प्रसंग इतना बढ़ा कि जिस्म भी बंट गए। प्रेम में प्रेमी ने शादी का झांसा देकर लगातार प्रेमिका के साथ शारीरिक संबंध बनाता रहा मगर जब वह गर्भवती हो गई तो फिर बेवफाई का खेल शुरू हो गया। ऐसे में हंगामा तो बरपना ही था सो बरपा…पढ़िए पूरी खबर
लड़की का आरोप है कि कई वर्षों से असरार अली के साथ उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। प्रेम प्रसंग में वह शादी का झांसा देकर लगातार उसके साथ शारीरिक संबंध बनाता राह। इस दौरान वह गर्भवती भी हुई लेकिन शादी का झांसा देकर उसका गर्भपात करा दिया गया। शादी से इनकार करने पर मामला परिजनों तक पहुंच गया। इस मामले को लेकर कई बार गांव में पंचायत भी हुई।
पंचायत के बाद 22 मार्च को दोनों की शादी परिवार वालो की मौजूदगी में दरभंगा के मदरसा हमीदिया में करा दिया गया। लेकिन लड़के वालों ने लड़की ससुराल मायके में ही छोड़ दिया। उसे आज तक ससुराल नही ले जाया गया।
वहीं,पति ने जब पत्नी को पहचानने से इनकार कर दिया। तब लड़की ने लोगों को वीडियो दिखाया। तब जाकर लड़के ने बताया कि उसकी जबरदस्ती शादी करा दी गई। इसके बाद पंचायत में मामले को सुलझा लिया गया था। वहीं, लड़की का कहना था कि बहादुरपुर थाना क्षेत्र के तारालाही निवासी मौ. असरान अली के साथ उसका प्रेम प्रसंग था। इसी बीच वह गर्भवती हो गई। फिर उसके साथ शादी हुई।
हसिबा खातून ने बताया कि असरार अली के साथ कई वर्षों से मेरा रिश्ता चल रहा था इस दौरान मैं गर्भवती हो गई। दबाब देने पर लड़के वालो ने हमारी शादी 22 मार्च 23 को किला घाट के हमिदया मदरसा में करवा दिया। लेकिन लड़का एवं उसके परिजनों ने हमें कभी ससुराल नहीं ले गया और मैं मायके में रह रही थी।
बाद में मुझे पता चला कि लड़के का कई लड़कियों के साथ अफेयर चल रहा है। कई लड़कियों का यह भविष्य खराब कर चुका है। आज भी एक लड़की के साथ हमने इसको रंगे हाथ पकड़ लिया तभी पकड़ के इसको मैं अभी पुलिस के हवाले करने के लिए लेकर आई हूं।
इस संबंध में महिला थानाध्यक्ष नुसरत जहां ने बताया कि एसएसपी कार्यालय में हंगामा कर पति पत्नी को थाना पर लाकर पूछताछ की जा रही है। लड़की ने आरोप लगाया कि उसकी शादी 22 मार्च हुई थी लेकिन उसके पति और ससुराल वाले उसे रखने को तैयार नही है।