जाले, देशज टाइम्स। समलैंगिक विवाह कानून के विरोध में प्रखंड क्षेत्र के बुद्धिजीवियों की एक महा बैठक रतनपुर स्थित शहीद स्मारक सभागार में कैप्टन नवल किशोर ठाकुर की अध्यक्षता में एवं विजय कुमार शाही के संचालन में बुधवार (Gay is not accepted in Darbhanga, people took this step) को आयोजित हुई।
इस बैठक में प्रखंड में क्षेत्र के सैकड़ों बुद्धिजीवियों ने शिरकत की। सभी ने एक स्वर से समलैगिंक विवाह को, भारतीय सभ्यता संस्कृति पर कुठाराघात, सामाजिक रिश्ता के ताना-बाना पर चोट बताया। बैठक में निर्णय किया गया कि समलैंगिक विवाह कानून को किसी भी परिस्थिति में लागू नहीं होने देंगे इसके लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
इस आलोक में फैसला किया गया कि देश के राष्ट्रपति के नाम सभी गांव टोला मुहल्ले से सामूहिक हस्ताक्षर युक्त स्मार पत्र भेजकर उच्चतम न्यायालय में लंबित इस याचिका को खारिज कराई जाय।
समलैंगिक वैवाहिक में तो पारिवारिक सामाजिक संबंध छिन्न भिन्न हो कर रह जाएगा । समलैगिक विवाह संबंध का हर हाल में विरोध होना चाहिए, वैदिक भारतीय संस्कृति सभ्यता को पूरा विश्व अपना रही है।
पश्चिमी सभ्यता को कानूनी जामा पहनाने की अवधारणा ठीक नहीं है। इन्होंने कानून के विरोध में जन जागरण अभियान चलाने की जरूरत बताया। आगे इन्होंने देश के बुद्धिजीवियों से आह्वान किया कि भारत में पश्चिमी सभ्यता किसी भी कीमत पर हावी नंहीं होने देना है।
बैठक में अपना अपना विचार व्यक्त करने वालो में विजय कुमार ठाकुर, अशोक कुमार, नवीन कुमार ठाकुर, गोपी कृष्ण ठाकुर, राजेश कुमार, मनोज कुमार, रंजीत कुमार ठाकुर, शिवनारायण, राम नरेश, राघवेंद्र ठाकुर, गोविंद ठाकुर, रामबाबू, विजय शाही आदि शामिल थे।