घनश्यामपुर, देशज टाइम्स। नगर पंचायत घनश्यामपुर के प्रतिनिधियों ने घनश्यामपुर सीएचसी में व्याप्त कुव्यवस्था तथा मनमानी के खिलाफ गुरुवार को अस्पताल प्रांगण में धरना प्रदर्शन (anger-erupted-against-the-mismanagement-of-chc-in-ghanshyampur) किया।
अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे प्रतिनिधि वरीय अधिकारी को बुलाने की मांग कर रहे थे। धरना पर बैठे मुख्य पार्षद पति मो.शहादत अली, उपमुख पार्षद के पुत्र हसन जाहिद सिद्दीकी, वार्ड पार्षद विकास शर्मा, प्रिंस सिंह आदि ने आरोप लगाया कि अस्पताल में प्रसुताओं तथा मरीजों को बिना चेकअप किए रेफर कर दिया जाता है।
प्रसुताओं से अवैध वसूली की जाती है। रोस्टर में चिकित्सकों का नाम नहीं लिखा है। मरीज को भोजन देने की खाना पूरी की जा रही है। एंबुलेंस नहीं मिल पाता है। प्रदर्शनकारियों ने दवा वितरण में भेदभाव करने, रजिस्ट्रेशन काउंटर देर से खोलना, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के गायब रहने, एक्स-रे तथा पैथोलॉजी जांच आदि में अस्पताल प्रबंधन पर मनमानी का आरोप लगाया।
लईक अहमद, गोविंद झा, नमन पासवान, विजय कांति आदि ने आरोप लगाया कि 22 नवंबर की शाम 6:30 बजे पाली के वार्ड संख्या 13 के मो.शमशाद की पत्नी सजदा प्रवीण को प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
चिकित्सकों ने उसे बेनीपुर रेफर कर दिया। एंबुलेंस मिलने में देरी के कारण प्रसुता ने रास्ते में मरे हुए नवजात को जन्म दिया। इस घटना से गांव के लोग आक्रोशित हैं।
धरना प्रदर्शन की सूचना पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ बी के झा ने प्रदर्शनकारियों से वार्ता के बाद धरना प्रदर्शन समाप्त करवाया। प्रभारी ने कहा कि दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर अमित कुमार, मो. जहांगीर, मो. मिस्कीन आदि उपस्थित थे।