बेनीपुर। राज्य स्वास्थ्य समिति की टीम ने मंगलवार को बेनीपुर अनुमंडल अस्पताल का औचक निरीक्षण कर अस्पताल के वस्तु स्थिति से रूबरू हुए। समिति के सलाहकार डॉ. शालनी सिन्हा के नेतृत्व में अस्पताल में प्रतिदिन मरीजों को मिलनेबाली सुविधा की जानकारी लेते व्यवस्था पर अप्रशन्नता व्यक्त करते हुए सुधार लाने का निर्देश प्रभारी उपाधीक्षक डा जितेन्द्र नारायण को दिया।
समिति के सलाहकार ने प्रभारी उपाधीक्षक से अस्पताल में चिकित्सक का स्वीकृत पद के अनुपात में वर्तमान में पदस्थापित चिकित्सक एंव नर्स के संबध में जानकारी प्राप्त किया। उन्होने मरीजों का सिजेरीयन, बल्ड बैंक एवं अप्रैल 2021 से दिस्मबर 2021 तक अस्पताल में कितने महिलाओं का प्रसव हुआ का विस्तृत जानकारी ली।
इस दौरान उन्होंनेअस्पताल का साफ सफाई ,दवा की उपलब्धता तथा कोराना मरीजों के लिये व्यवस्था के संबध में प्रभारी उपाधिक्षक से विस्तृत रुप से जानकारी प्राप्त किया। प्रभारी उपाधिक्षक ने स्वास्थ्य समिति के सलाहकार को बताया कि अस्पताल में कुल 30 डाक्टरों का पद स्वीकृत रहने के बाबजुद वर्तमान में 12 डाक्टर एंव 50 ए ग्रेड के नर्स का पद स्वीकृत रहने के अनुपात में मात्र 22 नर्सो के सहारे मरीजों का समुचित रुप से इलाज किया जा रहा हैं।
प्रभारी उपाधिक्षक ने बताया अभीतक अस्पताल में बल्ड बैंक चालू नहीं होने के कारण मरीजों का सिजेरीयन नहीं होने, तथा जल्द ही ब्लड बैंक चालु होने की उम्मीद हैं। कहा कि अस्पताल में मरीजों के ईलाज के लिये डाक्टरों का रोस्टर बना हुआ हैं। अबतक इस अस्पताल में प्रधान लिपिक एंव लेखापाल का पद स्वीकृत नहीं होने के कारण भारी परेशानी उठानी पर रही हैं।
कहा कि अस्पताल का साफ सफाई एनजीओ की ओर से की जा रही हैं। अस्पताल में एन टी रैबीज का सुई ,डायरिया की दवा सहित अन्य दवा की प्रर्याप्त हैं। प्रभारी उपाधीक्षक ने बताया कि अस्पताल में नियमित रुप से मरीजों का एक्सरे किया जाता हैं। अस्पताल में चार भेंटीलेटर हैं लेकिन वह बल्ड बैंक चालू होने के बाद काम करेगा।
कहा कि अस्पताल के चारों ओर चाहरदिवारी करवाना आवश्यक हैं। अस्पताल के स्वास्थय प्रबंधक रीणा सिंह ने स्वास्थय समिति के सलाहकार को बताया कि कोराना संबधित मरीजों के लिये अस्पताल के प्रथम मंजिल पर 30 बेडो के कक्ष एवं आक्सीजन जेनरेसन प्लांट को तैयार रखा गया हैं। वहीं कई मरीजों के परिजनों का कहना कि अस्पताल चल रहे जीविका दीदी की रसोईघर से मरीजों का मानक के अनरुप समय पर भोजन नहीं दिया जा रहा है।
इस दौरान उन्होंने बताया कि संबधित जांच प्रतिवेदन राज्य स्वास्थ्य विभाग के कार्यपालक निदेशक को एवं भारत सरकार के पोर्टल पर चढाया जायेगा। उन्होंने बताया कि अस्पताल की स्थित में कुछ त्रुटि मिली है। इसमें सुधार लाने का निर्देश प्रभारी उपाधिक्षक को दिया हैं। राज्य स्वास्थ्य समिति के टीम के साथ डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि संदीप पाटिल, जिला अनुश्रवण एंव मुल्याकंन पदाधिकारी श्रीकांतशरण, प्रभारी उपाधिक्षक जीतेन्द्र नारायण, डा कुमारी भारती , स्वास्थ्य प्रबंधक रीणा कुमारी सहित कई स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।