दरभंगा/पटना, देशज टाइम्स: Good News | Darbhanga को मिलेंगी नई रफ्तार, जाम से बड़ी निजात, Darbhanga-Laheriyasarai ROB निर्माण की Railway Ministry से हरी झंडी।
दरभंगा जिले में परिवहन की सुविधा लेगा बड़ा आकार
बिहार में सड़क और रेलवे यातायात को सुगम बनाने के लिए बड़ी योजना पर काम शुरू हो गया है। रेल मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से राज्य के विभिन्न हिस्सों में 64 रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) के निर्माण को हरी झंडी दी गई है, जबकि 47 अन्य आरओबी के निर्माण पर सहमति बन गई है। इससे राज्य में जाम की समस्या कम होगी और परिवहन व्यवस्था बेहतर होगी।
दरभंगा जिले में बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) की सूची
Sl. No. | L.C No. | ब्लॉक स्टेशन | जिला | नियंत्रक एजेंसी | सड़क का प्रकार |
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1 | 24/2E | दरभंगा-लहेरियासराय | दरभंगा | रेलवे | MDR |
2 | 38A | सकरी-तारसराय | दरभंगा | MoRTH/NHAI | MDR |
3 | 26 | दरभंगा यार्ड | दरभंगा | रेलवे | MDR |
दरभंगा जिले के दरभंगा-लहेरियासराय (एलसी नंबर: 24/2E) रेलवे खंड पर रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) बनने की स्वीकृति मिल गई है। इस पुल के बनने से शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक में ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी और लोगों को बेहतर आवागमन की सुविधा मिलेगी।
शहर की कनेक्टिविटी होगी बेहतर
यह ओवरब्रिज रेलवे द्वारा निर्मित किया जाएगा और इससे दरभंगा शहर और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को बड़ा फायदा होगा। अभी तक इस मार्ग पर रेलवे क्रॉसिंग के कारण लंबे समय तक जाम की समस्या बनी रहती थी, जिससे आम जनता को काफी परेशानी होती थी। इस ओवरब्रिज के निर्माण से रेलवे फाटक पर होने वाली देरी खत्म होगी और यातायात निर्बाध रूप से जारी रह सकेगा।
विकास को मिलेगा बढ़ावा
इस रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण से दरभंगा शहर के विकास को गति मिलेगी। व्यापारिक गतिविधियां तेज होंगी और स्थानीय लोगों को भी राहत मिलेगी। इसके अलावा, एमडीआर (Major District Road) पर यह पुल होने से शहर के भीतर यातायात का दबाव कम होगा।
जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य
प्रशासन की ओर से निर्माण कार्य जल्द शुरू करने की तैयारी की जा रही है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस ओवरब्रिज का निर्माण निर्धारित समयसीमा में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि जनता को जल्द से जल्द इसका लाभ मिल सके।
दरभंगा के निवासियों को इस ओवरब्रिज से ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी, जिससे वे समय की बचत कर पाएंगे और शहर के भीतर यात्रा करना और आसान हो जाएगा।
राज्य में सुगम यातायात की दिशा में बड़ा कदम
बिहार सरकार के अनुरोध पर राजकीय उच्च पथों, जिला पथों एवं अन्य व्यस्त सड़कों पर अवस्थित रेलवे संपत्तियों पर आरओबी निर्माण को लेकर केंद्र सरकार ने स्वीकृति दी है। इनमें से 57 आरओबी का निर्माण पूर्णतः रेलवे द्वारा वित्तपोषित किया जाएगा। वहीं, राष्ट्रीय राजमार्गों (NH) पर सात अतिरिक्त आरओबी बनाए जाएंगे, जिनकी घोषणा मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान की गई थी।
इन जिलों में होंगे नए आरओबी निर्माण
सरकार द्वारा जारी सूची के अनुसार, सारण, सीवान, गोपालगंज, दरभंगा, मधुबनी, बेगूसराय, समस्तीपुर, जमुई, कटिहार, भागलपुर, पूर्णिया, गया, नवादा, पश्चिम चंपारण समेत अन्य जिलों में आरओबी का निर्माण किया जाएगा। इससे स्थानीय यात्रियों को राहत मिलेगी और जाम की समस्या में कमी आएगी।
मुख्यमंत्री का सपना – राज्यभर में सुगम कनेक्टिविटी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस परियोजना को राज्य की कनेक्टिविटी को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया है। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य 2027 तक राज्य के किसी भी कोने से राजधानी पटना तक चार घंटे में यात्रा को संभव बनाना है।” इस परियोजना से राज्य में औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
रेल मंत्रालय और पथ निर्माण विभाग के बीच उच्चस्तरीय बैठक
13 मार्च 2025 को मुख्य सचिव अमीर सुभाष सिंह, पथ निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव नवीन गुलाटी और रेल मंत्रालय के सदस्य आधारभूत संरचना की उच्चस्तरीय बैठक में इस योजना को अंतिम रूप दिया गया। रेलवे ने इस योजना पर सहमति जताते हुए जल्द कार्यान्वयन की बात कही है।
आम जनता को मिलेगी राहत
रेलवे और पथ निर्माण विभाग के संयुक्त प्रयास से बिहार के प्रमुख शहरों एवं कस्बों में अत्यधिक भीड़भाड़ वाले रेलवे फाटकों को हटाकर ओवरब्रिज बनाए जाएंगे। इससे यात्री और मालवाहक गाड़ियों की आवाजाही तेज होगी, जिससे आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
बिहार में परिवहन सुधार की दिशा में नया युग
राज्य सरकार द्वारा पहले से ही 111 नए आरओबी निर्माण की योजना बनाई गई थी। अब 64 और आरओबी को स्वीकृति मिलने से यह योजना और व्यापक हो गई है। इससे बिहार में सड़क और रेल यातायात का आधुनिकीकरण तेजी से होगा और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
योजना का क्रियान्वयन जल्द शुरू होगा
सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस परियोजना को तेजी से लागू किया जाएगा और सभी आरओबी का निर्माण अगले दो वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि भूमि अधिग्रहण और अन्य प्रक्रियाओं को शीघ्र पूरा किया जाए।
बिहार में स्वीकृत रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) की सूची
क्रम सं | एल.सी. नंबर | ब्लॉक स्टेशन | जिला | निर्माण एजेंसी | सड़क का प्रकार |
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1 | 41 SPL | छपरा कचहरी और छपरा ग्रामीण | सारण | MoRTH/NHAI | एनएच लेफ्ट-आउट |
2 | 47 SPL | छपरा जंक्शन और छपरा कचहरी | सारण | रेलवे | एनएच लेफ्ट-आउट |
3 | 43 SPL | छपरा कचहरी और छपरा ग्रामीण | सारण | रेलवे | एमडीआर |
4 | 16 SPL | बारागोपाल-दीघवारा | सारण | रेलवे | एमडीआर |
5 | 93 A | सीवान-ज़िरादेई | सीवान | रेलवे | एमडीआर |
6 | 66SPL | थावे-गोपालगंज | गोपालगंज | MoRTH/NHAI | एनएच लेफ्ट-आउट |
7 | 57/3E | कोपा समहौता स्टेशन और दाऊदपुर स्टेशन | सारण | रेलवे | एमडीआर |
8 | 10B/E2 | सिपाया-जलालपुर | गोपालगंज | रेलवे | एमडीआर |
9 | 12SPL | हथुआ-फुलवरिया | गोपालगंज | MoRTH/NHAI | एनएच लेफ्ट-आउट |
10 | 2A/2E | छपरा कचहरी और दुमरिया हॉल्ट | सारण | MoRTH/NHAI | एनएच लेफ्ट-आउट |
11 | 104B1 | सहरसा जंक्शन-बैजनाथपुर | सहरसा | रेलवे | एमडीआर |
12 | 32A | सहरसा जंक्शन-पंचगछिया | सहरसा | रेलवे | एमडीआर |
13 | 14B | तेघरा-बछवाड़ा | बेगूसराय | रेलवे | एमडीआर |
14 | 105A | सहरसा जंक्शन-बैजनाथपुर | सहरसा | MoRTH/NHAI | एनएच लेफ्ट-आउट |
15 | 38 | जमुई-झाझा | जमुई | रेलवे | एमडीआर |
16 | 22A | शाहपुर पटोरी-मोहिउद्दीननगर | समस्तीपुर | रेलवे | एमडीआर |
17 | 39/C/T | पहारपुर-गुड़पा | गया | रेलवे | एमडीआर |
18 | 43 | जमुई-झाझा | जमुई | रेलवे | एमडीआर |
19 | 66 | दुमरांव-वी.वी. गिरी हॉल्ट | बक्सर | रेलवे | एमडीआर |
20 | 33 | पूर्णिया-सहरसा | पूर्णिया | रेलवे | एसएच |
21 | 35 | पूर्णिया-सहरसा | पूर्णिया | रेलवे | एसएच |
22 | 40 | जमुई-झाझा | जमुई | रेलवे | एमडीआर |
23 | 103C | सहरसा जंक्शन-बैजनाथपुर | सहरसा | रेलवे | एमडीआर |
24 | 49 | बगहा-वाल्मीकिनगर | पश्चिम चंपारण | रेलवे | एमडीआर |
25 | 64B | रीगा-ढेंग | सीतामढ़ी | रेलवे | एमडीआर |
26 | 34 A/T | बिहार शरीफ-टुंगी | नालंदा | रेलवे | एमडीआर |
27 | 6B | सालौना-इमली | बेगूसराय | रेलवे | एमडीआर |
28 | 38A | सकरी-तरसराय | दरभंगा | MoRTH/NHAI | एमडीआर |
29 | 58B1/3-E | गया-पटना | गया | रेलवे | एमडीआर |
30 | 29A | जहानाबाद कोर्ट-मई हॉल्ट | जहानाबाद | MoRTH/NHAI | एमडीआर |
31 | 25/SPL | मंसी जंक्शन-महेशखुट | खगड़िया | रेलवे | एमडीआर |
32 | 76B | ढेंग-बैरगनिया | सीतामढ़ी | रेलवे | एमडीआर |
33 | 17A | रोसड़ा घाट स्टेशन-नयननगर स्टेशन | समस्तीपुर | रेलवे | एमडीआर |
34 | 62 | तमुरिया-नइमा हॉल्ट | मधुबनी | रेलवे | एमडीआर |
35 | 68C | बुद्धमा स्टेशन-मुरलीगंज स्टेशन | मधेपुरा | रेलवे | एसएच |
36 | 53 | तिलरथ-बेगूसराय | बेगूसराय | रेलवे | एमडीआर |
37 | 72C | ढेंग-बैरगनिया | सीतामढ़ी | रेलवे | एमडीआर |
38 | 24/2E | दरभंगा-लहेरियासराय | दरभंगा | रेलवे | एमडीआर |
39 | 35SPL | नवादा-तिलैया | नवादा | रेलवे | एमडीआर |
40 | 11B | हसनपुर-डीएसकेएस नगर | समस्तीपुर | रेलवे | एमडीआर |
41 | 45C | बनमंखी-सहरसा | पूर्णिया | रेलवे | एमडीआर |
42 | 55C/3E | सीतामढ़ी-डुमरा | सीतामढ़ी | रेलवे | एमडीआर |
43 | 34C | सहरसा जंक्शन-पंचगछिया | सहरसा | रेलवे | एमडीआर |
44 | SK318 | किशनगंज-हटवार | किशनगंज | रेलवे | एमडीआर |
45 | KM-10 | कटिहार-सोनैली | कटिहार | रेलवे | एसएच |
46 | SK-351-T | टेल्टा-सुधानी | कटिहार | रेलवे | एमडीआर |
47 | NC/63-E | भवानीपुर-कटिहार | कटिहार | रेलवे | एमडीआर |
48 | KM/16-T | सलमारी-कटिहार | कटिहार | रेलवे | एमडीआर |
49 | LC/5 | अकबरनगर-महेशी | भागलपुर | रेलवे | एसएच |
50 | 40/C/T | बांधुआ-टंंकुप्पा | गया | रेलवे | एमडीआर |
51 | KK-1 | कटिहार-मणियान | कटिहार | रेलवे | एमडीआर |
52 | 26 | दरभंगा यार्ड | दरभंगा | रेलवे | एमडीआर |
53 | 43A | गया-कास्ठा | गया | रेलवे | एमडीआर |
54 | 96 | सीवान-ज़िरादेई | सीवान | रेलवे | एमडीआर |
55 | 30 | साचीवालय हॉल्ट | पटना | रेलवे | एमडीआर |
56 | 36 | दानापुर स्टेशन लिमिट | पटना | रेलवे | एमडीआर |
57 | 1A | भागलपुर-नाथनगर | भागलपुर | रेलवे | एमडीआर |
58 | 6 | एकचारी-घोघा | भागलपुर | रेलवे | एमडीआर |
59 | 9 | अकबरनगर-सुल्तानगंज | भागलपुर | रेलवे | एमडीआर |
60 | 51 | मोकामा-मोड़ | पटना | रेलवे | एमडीआर |
61 | 53/1 | पुनराख-बरह | पटना | रेलवे | एमडीआर |
62 | 23B | गोरौल | वैशाली | रेलवे | एमडीआर |
63 | 33 | आदापुर-रक्सौल | पूर्वी चंपारण | रेलवे | एमडीआर |
64 | 34 | रक्सौल-सिकटा | पूर्वी चंपारण | रेलवे | एमडीआर |
यह पूरी सूची बिहार में बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का विवरण देती है, जिससे राज्य में यातायात और परिवहन सुविधाओं में सुधार होगा।
निष्कर्ष : विकास को नई गति मिलेगी
राज्य में तेजी से विकसित हो रही बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के तहत रेलवे ओवरब्रिज निर्माण से यातायात सुगम होगा, दुर्घटनाओं में कमी आएगी और बिहार के आर्थिक विकास को नई गति मिलेगी। सरकार और रेलवे के इस संयुक्त प्रयास से प्रदेश की जनता को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।