Medical practical experience: विज्ञान की दुनिया में कदम रखने वाले छात्रों के लिए किताबों से निकलकर असली दुनिया का अनुभव करना किसी संजीवनी से कम नहीं। बिरौल के गुरुकुल क्लासेस में इंटरमीडिएट बायोलॉजी के छात्र-छात्राओं को इसी संजीवनी का स्वाद चखने का मौका मिला, जब उन्होंने प्रथम हॉस्पिटल मल्टी स्पेशलिटी सेंटर के सहयोग से चिकित्सा क्षेत्र का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
Medical practical experience: गुरुकुल क्लासेस में छात्रों ने पाया चिकित्सा क्षेत्र का सीधा अनुभव, ऐसे हुई भविष्य की नींव मजबूत
Medical practical experience: छात्रों को मिला व्यवहारिक ज्ञान का अनूठा अवसर
बिरौल के सुपौल बाजार डुमरी रोड स्थित गुरुकुल क्लासेस में इंटरमीडिएट बायोलॉजी के विद्यार्थियों के लिए प्रथम हॉस्पिटल मल्टी स्पेशलिटी सेंटर के सहयोग से एक विशेष व्यावहारिक कक्षा का आयोजन किया गया। इस अनूठी पहल में डॉक्टरों की एक समर्पित टीम ने छात्र-छात्राओं को ब्लड टेस्ट, शुगर टेस्ट, ऑक्सीजन लेवल मापने और ब्लड प्रेशर जांचने जैसी महत्वपूर्ण चिकित्सीय प्रक्रियाओं का सीधा प्रशिक्षण दिया। इसके अतिरिक्त, स्वस्थ जीवनशैली और बीमारियों से बचाव हेतु आवश्यक सावधानियों पर भी विस्तृत चर्चा की गई।
इस व्यावहारिक सत्र के दौरान, डॉ. कमरान ने विद्यार्थियों को आगामी NEET परीक्षा की तैयारी से संबंधित कई महत्वपूर्ण दिशानिर्देश प्रदान किए। उन्होंने चिकित्सा क्षेत्र में करियर बनाने की असीमित संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला, जिससे छात्रों को अपने भविष्य की दिशा तय करने में मदद मिली। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। प्रैक्टिकल अभ्यास के दौरान, सौम्या, परवीन, मेहविश खान, निशा, ज्योति और खुशी जैसे विद्यार्थियों ने एक-दूसरे का ब्लड सैंपल लेकर जांच प्रक्रियाओं को समझा। इस अनुभव से सभी छात्र-छात्राओं में न केवल अद्भुत उत्साह देखने को मिला, बल्कि उन्हें वास्तविक चिकित्सीय कार्यों की समझ भी मिली।
भविष्य के डॉक्टरों को मिली नई दिशा
डॉ. कमरान ने गुरुकुल क्लासेस के विद्यार्थियों की प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि निरंतर सही मार्गदर्शन मिलने पर ये भविष्य में निश्चित रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे। प्रथम हॉस्पिटल के संचालक डॉ. राजेश झा ने भी आश्वासन दिया कि बच्चों के उज्ज्वल भविष्य और सुविधा के लिए अस्पताल हर संभव मार्गदर्शन और आवश्यक सुविधाएं प्रदान करता रहेगा। यह सहयोग छात्रों को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
यह उल्लेखनीय है कि गुरुकुल क्लासेस के पूर्व छात्र राहुल कुमार ने पहले NEET परीक्षा उत्तीर्ण कर मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज में अपनी मेडिकल की पढ़ाई जारी रखी है, जो वर्तमान विद्यार्थियों के लिए एक बड़ी प्रेरणा हैं। यह संस्था पिछले 13 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रही है और बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। यह व्यावहारिक कक्षा न केवल छात्रों के लिए ज्ञानवर्धक साबित हुई, बल्कि इसने उन्हें चिकित्सा क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए नई प्रेरणा भी दी। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



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