
कमला नदी उफान पर! घनश्यामपुर के आधा दर्जन गांव डूबे पानी में। घनश्यामपुर में बाढ़ का कहर – स्कूल बंद, सड़कें जलमग्न, लोग नाव पर निर्भर। खतरे के निशान से ऊपर बह रही कमला नदी, गांवों का संपर्क टूटा। बाउर-भरसाहा में पानी-पानी! तीन फीट ऊपर बह रहा है सड़क पर बाढ़ का पानी। मध्य विद्यालय रसियारी डूबा पानी में – बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह ठप।बाढ़ से हाहाकार! घनश्यामपुर में 5 जगह चल रही नाव, लोग पलायन को मजबूर@रूपेश मिश्रा।
कमला नदी में वृद्धि से घनश्यामपुर के आधा दर्जन गांव बाढ़ से घिरे
घनश्यामपुर, देशज टाइम्स।
कमला नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि से घनश्यामपुर प्रखंड (Darbhanga Flood News) के कई गांव प्रभावित हो गए हैं। नदी का जलस्तर झंझारपुर में खतरे के निशान से 80 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है, जिससे स्थिति और अधिक गंभीर हो गई है।
सड़क संपर्क पूरी तरह बाधित
बाढ़ से बाउर, नवटोलिया, गिदराही, कनकी मुसहरी, बैद्यनाथपुर, भरसाहा सहित आधा दर्जन गांव पानी से घिर गए हैं। इन गांवों तक जाने वाली सभी सड़कें डूब चुकी हैं और आवागमन पूरी तरह ठप है। प्रधानमंत्री ग्राम्य सड़क, जो कमल पश्चिमी तटबंध से बाउर गांव को जोड़ती है, उस पर दो से तीन फीट पानी बह रहा है।
शिक्षा और जनजीवन प्रभावित
मध्य विद्यालय रसियारी में पानी घुसने से बच्चों का पठन-पाठन बंद हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि पशुचारा और ईंधन की समस्या गहराने लगी है। लोग अब नाव के सहारे आवागमन कर रहे हैं।
खेती और फसल को भारी नुकसान
बाढ़ आने से मौसमी सब्जी और खरीफ की फसलें बर्बाद हो गई हैं। चास-बास पूरी तरह डूब जाने से किसानों को भारी आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है।
राजस्व कर्मचारी राकेश कुमार ने बताया
राजस्व कर्मचारी राकेश कुमार ने बताया कि प्रभावित इलाकों में पांच स्थानों पर नावें चलाई जा रही हैं, ताकि लोगों को राहत मिल सके। प्रशासन ने स्थिति पर कड़ी नजर बनाए रखी है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।