हायाघाट। हायाघाट में भक्ति और अध्यात्म का एक ऐसा अद्भुत संगम देखने को मिला, जहां एक ओर महामंत्रों के उच्चारण से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा, वहीं दूसरी ओर नौ दिनों तक चलने वाले विशेष आयोजन ने क्षेत्र में धार्मिक उत्साह भर दिया है। क्या है यह आयोजन और क्यों उमड़ रहा है भक्तों का सैलाब? जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर।
अनार पावर हाउस स्थित बाबा भूतनाथ दीनाराम ब्रह्मस्थान नव दुर्गा मंदिर प्रांगण में बुधवार को एक दिवसीय श्री सीताराम संकीर्तन महायज्ञ और नौ दिवसीय रामायण महापाठ का भव्य आयोजन वैदिक भक्ति मंत्रोच्चारण के बीच शुरू किया गया। इस धार्मिक अनुष्ठान के आरंभ होते ही आसपास के पूरे वातावरण में एक नई ऊर्जा और श्रद्धा का संचार हो गया।
महामंत्र ‘जय सीताराम, सीताराम, सीताराम, जय सीताराम’ के निरंतर उच्चारण से मंदिर प्रांगण और उसके आसपास का पूरा क्षेत्र भक्ति की अलौकिक जागृति में समाहित हो गया। सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु इस पवित्र अवसर के साक्षी बनने और आध्यात्मिक शांति का अनुभव करने के लिए एकत्रित हुए।
धार्मिक आयोजन का उद्देश्य
इस महायज्ञ और रामायण महापाठ के संरक्षक जानकी नंदन चौधरी उर्फ बाबा भूतनाथ ने इस आयोजन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के सभी धर्मों के लोगों का कल्याण है। उन्होंने बताया कि भगवान की जितनी अधिक आराधना की जाएगी, उतनी ही लोगों को पापों और क्लेशों से मुक्ति मिलेगी। यह आयोजन समाज में सद्भाव और शांति स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस अवसर पर बाबा भूतनाथ के साथ-साथ आचार्य पंडित अनुज झा, मुरली मनोहर चौधरी, धीरज सिंह और उदय पासवान सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इन सभी ने मिलकर इस धार्मिक और सामुदायिक कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।







