जाले, देशज टाइम्स ब्यूरो। सनकी युवक ने खेल रहे 12 वर्षीय बच्चे को उसके पीठ में गोली मारकर हत्या कर दी। हत्यारा मौके से आनन-फानन में फरार हो गया।
घटना जाले थाना क्षेत्र के जोगियारा पंचायत के वार्ड नंबर 3 मधबाघरारी टोला का है। बीते शुक्रवार की शाम 7:00 बजे अपने मौहल्ला के बच्चो के साथ मृतक अपने मझला भाई शिवम के साथ 12 वर्षीय सुंदरम कुमार सिंह उर्फ कारी के साथ आइस-पाइस का खेल खेल रहा था।
इसी बीच इसी गांव के राम कृष्ण सिंह का पुत्र 25 वर्षीय सोनू कुमार सिंह हाथ में पिस्टल लेकर दौड़ते हुए आया और 12 वर्षीय सुंदरम कुमार उर्फ कारी के पीठ में गोली मार दी, गोली मार कर वह गाछी की ओर भाग गया।
वहीं मृतक का भाई शिवम कुमार अपने भाई के पैर को रगरते देख उसे संभालने में लग गया। गोली की आवाज सुनकर गांव के लोग दौड़ते हुए घटना स्थल पर पहुंच गए, घटना के बाबत शिवम से घटनाक्रम सुनकर सभी हतप्रभ रह गए।
किसी ने मृत बच्चे के संदर्भ में यह कहा कि यह जिंदा अभी जिंदा है, इसे अस्पताल ले चलो देर रात उसे जाले रेफरल अस्पताल लाया गया जहां ड्यूटी डॉ. नरेश चंद्र विश्वास ने बच्चे की जांच कर उसे मृत बताया।
घटना के बाबत मृतक के पिता जितेंद्र प्रसाद सिंह ने जाले थाना में जोगियारा मधबाघरारी गांव के रामकृष्ण सिंह एवम इसके पुत्र सोनू कुमार सिंह के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। इस मामले में जाले थानाध्यक्ष यशोदानंद पाण्डेय ने बताया की प्राथमिकी कांड संख्या 65 /2022 भादवि की धारा 302 एवम 27 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। इन्होंने कहा कि पिस्टल का कोई लाइसेंस नहीं है।
अवैध पिस्टल से गोली मारी गई है। थानाध्यक्ष श्री पांडेय ने इस मामले में त्वरित करवाई करते हुए प्राथमिकी अभियुक्त रामकृष्ण सिंह को सीतामढ़ी में इनके एक रिश्तेदार के घर में छिपने के दौरान गिरफ्तार कर उसे आनन-फानन में न्यायिक हिरासत भेजा दिया है।
वहीं बच्चे के शव को डीएमसीएच पोस्टमार्टम को भेजा गया है। हत्यारा सोनू कुमार सिंह के खोज में जाले पुलिस जगह जगह छापामारी कर रही है।
इसके पिता दरभंगा में सिक्योरिटी गार्ड का नौकरी करते है।माता पिंकी देवी अपने नैयर में रहकर पिता स्व नंदकिशोर सिंह के आवास पर रहकर अपने पुत्रों को पढ़ती है।घर देखने से प्रतीत होता है की आर्थिक रूप से गंभीर दौर से गुजर रहा है यह परिवार, छोटा पुत्र की मौत के बाद माता पिंकी देवी हतप्रभ हो कर चिल्लाती है कहा गेल हो हमर करिया बेटा हो हमर सुंदरम हो हमर बेटा कहा गेल कहते हुए रोते चिल्लाते बेहोश हो जाती है। महिलाए उसे होश में लाने का प्रयास करती दिखाती है। गांव के सैकड़ों लोग इस परिवार को सांत्वना देने को उनके दरवाजे पर बैठे दिखे।