दरभंगा जिले के लहेरियासराय थाना क्षेत्र के खाजासराय मोहल्ले में मोहर्रम पर्व की रात उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब एक युवक ने दरोगा अमित कुमार पर चाकू से हमला कर दिया। हमले में दरोगा घायल हो गए और उन्हें तुरंत डीएमसीएच (Darbhanga Medical College & Hospital) में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
विवाद की शुरुआत: पुलिस को मिला विरोध, युवक ने किया चाकूबाजी
शनिवार देर रात मोहर्रम पर्व के दौरान कुछ शरारती तत्वों द्वारा सड़क पर उपद्रव किया जा रहा था। जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो उपद्रवी युवक विवाद में उलझ गए। इसी बीच दरोगा अमित कुमार को सड़क पर धक्का देकर गिरा दिया गया और तभी एक युवक ने चाकू से उनके बाएं जांघ पर वार कर दिया।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान, मौके से हुई गिरफ्तारी
घटना के बाद अन्य पुलिसकर्मियों की मदद से पुलिस ने मोहम्मद मुन्ना के पुत्र मोहम्मद रब्बानी को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया। चौंकाने वाली बात यह रही कि रब्बानी, शराब कारोबार से जुड़ी महिला मुन्नी खातून का रिश्तेदार बताया जा रहा है, जिसका पहले भी आपराधिक इतिहास रहा है।
जख्मी दरोगा ने ड्यूटी नहीं छोड़ी, गिरफ्तारी के बाद ही हुए अस्पताल में भर्ती
दरोगा अमित कुमार, बुरी तरह घायल होने के बावजूद, टीम के साथ मिलकर आरोपी को थाना तक ले गए, और उसके बाद डीएमसीएच पहुंचे। यह पुलिसकर्मी के कर्तव्यनिष्ठा और साहस का परिचायक है।
रविवार दोपहर को परिजनों ने किया बवाल, सड़क किया जाम
हमले के बाद रविवार दोपहर आरोपी मोहम्मद रब्बानी के परिजनों ने गिरफ्तारी के विरोध में लहेरियासराय-बहेड़ी सड़क को जाम कर दिया। करीब 1 घंटे तक सड़क बाधित रही। प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए, पुलिस पर रोड़ेबाजी की और माहौल को तनावपूर्ण बना दिया।
प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंच संभाला स्थिति
घटना की सूचना मिलते ही सदर एसडीओ विकास कुमार, एसडीपीओ राजीव कुमार, साइबर डीएसपी राहुल कुमार, लहेरियासराय थानाध्यक्ष अमित कुमार, बेंता, कोतवाली और बहादुरपुर के थानाध्यक्ष, साथ ही SSB और QRT की टीमें मौके पर पहुंचीं।
प्रदर्शनकारियों से संवाद कर शांतिपूर्वक जाम हटवाया गया, लेकिन उस दौरान थानाध्यक्ष बाल-बाल बचे, क्योंकि रोड़ेबाजी काफी तीव्र थी।
पहले भी हो चुका है दरोगा अमित कुमार पर हमला
यह पहली बार नहीं है जब दरोगा अमित कुमार पर हमला हुआ है। कुछ माह पूर्व सैदनगर अभंडा मोहल्ले में एक आरोपी की गिरफ्तारी के दौरान भी उन्हें और पुलिसकर्मी आरके दुबे को भीड़ ने पीटकर घायल कर दिया था। उस घटना में भी डीएमसीएच में इलाज कराया गया था।
तब भी इलाके में बवाल हुआ, रोड़ेबाजी हुई और पुलिस को दो राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी थी। इस दौरान कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने की जांच की शुरुआत, दर्ज होगा नया मामला
हालांकि पुलिस आधिकारिक रूप से कुछ भी कहने से बच रही है, लेकिन सूत्रों की मानें तो सड़क जाम, रोड़ेबाजी और पुलिस पर हमले के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया जाएगा।
सवाल यह भी उठ रहा है कि आरोपी का परिवार बार-बार कानून को चुनौती कैसे दे रहा है, और इनकी पृष्ठभूमि में किन शक्तियों का हाथ है।
निष्कर्ष: पुलिसकर्मियों की सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना ने पुलिसकर्मियों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। जब कानून की रक्षा करने वाले खुद हमले का शिकार हो रहे हैं, तो आम जनता की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी?
दरोगा अमित कुमार की कर्मठता और निष्ठा तारीफ के काबिल है, लेकिन प्रशासन को संगठित उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी रणनीति बनानी होगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं।