दरभंगा, देशज टाइम्स। थाली से गायब हुआ प्याज। बिगाड़ रहा जायका। ₹80 तक पहुंची बाजार में कीमत, सौ तक होने का अनुमान, जमाखोरों की पौ-बारह, गृहणियों में गुस्सा। कहती हैं, ये टमाटर वाला हाल क्यों बना रखा है प्याज का। मगर, तय है इस दीपावली प्याज वाली बम ही फूटेगी…जेब ढ़ीली होगी और तय है रसोई का जायका तो अभी से बिगड़ा हुआ है…पढ़िए अजित वर्मा की यह रिपोर्ट…
प्याज की कीमत ग्रहणियों को रुला रही हैं जबकि खरीदने वाली कीजिए हल्की करने में जमाखोर लगे हुए हैं। अचानक बाजार में प्याज की कीमतों में दोगुना से अधिक की वृद्धि प्रति किलो हो जाने से लोगों को खरीदारी में अखरने लगा है।
वहीं किचन का जयका भी बिगड़ गया है यूं तो कार्तिक मास की वजह से मीट मछली की डिमांड काम रह रही है। इससे प्याज की खपत भी कम होने का अनुमान है। बावजूद इसके इसकी कीमत में दुर्गा पूजा के बाद से अचानक दुगनी से भी अधिक हो गई है।
बताया जा रहा है कि इसकी कीमत 100 के पार जाने का अनुमान है। इस खबर को लेकर जमाखोर अपनी स्टॉक को भरने में लगे हैं और छोटे व्यापारी यह मुनाफाखोरों के चंगुल में फंसकर अपनी रोजी-रोटी को जैसे तैसे चला रहे हैं।
शिवधाराबाजार समिति के प्याज मंडी के कई व्यापारियों ने बताया कि इस माह में प्याज की कीमतें अचानक से बढ़ गई है। और अगले माह तक इसकी कीमत में और बढ़ने होने की संभावना है। प्याज की कीमत दिसंबर माह के अंत में जाकर कुछ नीचे आ सकेगी।
खुदरा व्यापार व्यापारियों ने अपने प्याज के स्टॉक को कम कर दिया है और थोड़ा बहुत स्टॉक रखकर बेच रहे हैं इधर गृहिणी उसकी माने तो प्याज की कीमत में वृद्धि मुनाफाखोरों की वजह से हुई है नहीं तो दुर्गा पूजा के पहले जो प्याज 30 से ₹32 रुपए किलो बिक रहा था।
वहीं, अचानक दुर्गा पूजा के बाद₹70 किलो कैसे हो जाएगा। ग्रहणियों की माने तो प्रशासन इन मुनाफाखोरों पर अंकुश लगाने में नाकाम है जब-जब की नीति बढ़ती हैं तब तक मुनाफा करो की चांदी हो जाती है इस दिशा में जिला प्रशासन की कोई भी मूल्य नियंत्रण की नीति काम नहीं करती नहीं वह इस दिशा में खुद कदम उठा पाते हैं।
बलभद्रपुर की गृहिणी कामिनी रेखा ने बताया कि अगर प्रशासन चाहे तो मूल्य नियंत्रण के लिए मुनाफा करो परदविश इसे नियंत्रित कर सकता है। वहीं, अधिवक्ता दीपक कुमार ने बताया प्याज की कीमत ₹70 के करीब पहुंच गई है। और जहां वह दो से ढाई किलो के प्याज खरीदारी करते थे अब 1 किलो की खरीदारी कर अपने घर के जायका को बिगड़ने से बचने की कोशिश में लगे हैं।