जाले प्रखंड क्षेत्र में शीतलहर और ठंड का कहर तीसरे दिन भी जारी रहा। कंपकंपाती पछिया हवा के कारण लोगों का जनजीवन जनजीवन अस्त-व्यस्त होकर रह गया है।
ठंड की वजह से लोग अपने घरों में बंद होकर रहने में ही भलाई समझ रहे हैं। वहीं, सोमवार को प्रखंड क्षेत्र के सरकारी व निजी विद्यालयों में उपस्थिति नगण्य दिखा।
सरकारी व निजी विद्यालय के कक्षा एक से 5 तक बंद है। शनिवार से सोमवार तक आज तीसरे दिन भी सूर्य नारायण का दर्शन नहीं हुआ। बर्फ सदृश्य पछिया हवा की कनकनी से छोटे-छोटे बच्चे ठंड जनित रोग से पीड़ित हो रहे हैं।
सोमवार को रेफरल अस्पताल के ओपीडी में ठंड जनित बीमारियों से ग्रसित छोटे-छोटे बच्चों को लेकर परिजन अस्पताल में दिखे। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विवेकानंद झा ने कहा, परिजन खासकर माता अपने बच्चों पर विशेष ध्यान रखें। ठंड जनित बीमारी से बच्चों को बचाएं। सोमवार को रेफरल हॉस्पिटल के ओपीडी में ठंड जनित बीमारी से ग्रसित 40 बच्चे दाखिल किए गए।
शीतलहर को देखते सीओ ने जलवाए अलाव
वहीं, शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए अंचलाधिकारी राकेश कुमार ने नगर परिषद जाले के चार स्थलों पर अलाव की व्यवस्था की है। इसमें ऑटो-रिक्शा, बस स्टैंड बेलदार टोला, जाले शंकर चौक एवं रेफरल अस्पताल जाले में लकड़ियों से अलाव जलाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि अन्य जगहों पर भी अलाव जलाने को लेकर लकड़ियां भेजी जा रही हैं। इन्होंने बीते रात बस स्टैंड पर ठंड से कपकपते तीन वृद्ध और दो दिव्यांग को कंबल ओढ़ाया।