
जाले। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 425वीं पुणयतिथि जोगियारा गांव में मनाई गई। क्षत्रिय महासभा के मिथिलांचल प्रभारी श्याम कुमार सिंह के अध्यक्षता में आयोजित पुण्यतिथि को स्मृति उत्सव के रूप में मनाया गया।
इस समारोह में मौजूद लोगों ने महाराणा प्रताप के तैलचित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पण किया। साथ ही उनके विचारों को आज के दिनों में और भी प्रासंगिक मानते हुए उनके आदर्शो व तेवरों से सीख लेने का आह्वान किया।
समारोह की अध्यक्षता भाषण करते श्याम कुमार सिंह ने कहा
महाराणा राष्ट्रीय स्वाभिमान के प्रतीक हैं। इन्होंने राष्ट्र के लिए अपना प्राण न्योछावर कर राष्ट्र के दुश्मनों को छक्के छुड़ा कर देश से भागने पर मजबूर कर दिया।
महाराणा राष्ट्रीय स्वाभिमान के प्रतीक हैं। इन्होंने राष्ट्र के लिए अपना प्राण न्योछावर कर राष्ट्र के दुश्मनों को छक्के छुड़ा कर देश से भागने पर मजबूर कर दिया।
हल्दीघाटी की लड़ाई में देश के दुश्मनों ने भी प्रताप के सामने नतमस्तक हो गए। आज के युवा पीढ़ी के लिए वे प्रेरणास्त्रोत हैं। इनके पदचिह्नों पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
उनके विचारों को जन अभियान के रूप में सम्पूर्ण बिहार में पुण्यतिथि पखवाड़ा मनाया जा रहा है। 29 जनवरी को मुख्य समारोह पटना में आयोजित हैं जिसमें बड़ी संख्या में लोग भाग लेंगे।
अंत में अवकाश प्राप्त शिक्षक जोगियारा निवासी राम बृक्ष सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया गया।
इस अवसर पर अनूठा सिंह, दिग्विजय नारायण सिंह, गोविंद सिंह, उमाशंकर सिंह, मनोज सिंह, संतोष सिंह, अरविंद सिंह, लक्ष्मण सिंह, संजय कुमार, विनय कुमार समेत अन्य मुख्य रूप से थे।