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26 नवम्बर, 2024
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Darbhanga News| Vegitable Price Hike| थाली में लग गई आग…सब्जी बनी खलनायक… महंगाई डायन खाए जात है…ये परवल के पैंतरें, ये भिंडी में उछाल…

सब्जी अब लोग खा नहीं रहे, चख रहे। सब्जी खाना आम आदमी के बस से बाहर हो गया है।आम आदमी की पहुंच उनकी थालियों से दूर अब सब्ज़ियां बाहर वाली हो गई है। घरवाली की रसोई में अब सब्जियों का काम कम ही पड़ रहा। जो लोग पहले एक किलो के हिसाब से सब्ज़ी खरीदते थे, वह अब आधा किलो हो गई है। वैसे, रसोइ बिन सब्जी कैसे चली....ऐसे में हर किसी को मंडियों, हाटों में झोला लेकर जाते तो देखा ही जा रहा, लेकिन बेकाबू दाम...आम आदमी की समस्या को कतई सुलझाने के मूड में नहीं दिख रहा....मौसम की मार...ऊपर से...।

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Darbhanga News| Vegitable Price Hike| थाली में लग गई आग…सब्जी बनी खलनायक… महंगाई डायन खाए जात है…ये परवल के पैंतरें, ये भिंडी में उछाल…बढ़ते तापमान और बेमौसम बारिश के कारण सब्जियों की आवक काफी प्रभावित हुई है। स्थानीय स्तर पर उपजे पर खास इसका असर भी पड़ा है। इससे सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है।

Darbhanga News|Vegitable Price Hike| कई व्यापारियों से लोग सब्जी की दर पूछकर आगे बढ़ जा रहे हैं।

अप्रैल में भीषण गर्मी और अब छिटपुट बारिश ने स्थानीय खेती को चौपट कर चुका है। किसान हताश हैं। व्यवसाय मारा जा रहा है। लोगों की थाली तक सब्जियों की पहुंच नहीं हो पा रही है। हाल यह है कि कई व्यापारियों से लोग सब्जी की दर पूछकर आगे बढ़ जा रहे हैं। लोग सब्जियां खरीदने से परहेज कर रहे हैं।

Darbhanga News|Vegitable Price Hike| सब्जियों की कीमत सातवें आसमान पर है। सब्जियों के दाम में ऐसी आग लगी है कि

जानकारी के अनुसार, सब्जियों की कीमत सातवें आसमान पर है। सब्जियों के दाम में ऐसी आग लगी है कि लोगों के मुंह का स्वाद बिगड़ गया है। पहले टमाटर लाल हुआ तो अब बाकी सब्ज़ियां आम आदमी की जेब ढ़ीली कर रही हैं। ज्यादातर सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। मई महीने में टमाटर और दूसरी सब्जियों और फलों ने आम आदमी की रसाई के बजट को बिगाड़ दिया है। बाजार में प्रति दिन सब्जी खरीदने वालों को सब्जी खरीदने में पसीना छूट रहा है।

Darbhanga News|Vegitable Price Hike| व्यवसायी शिवजी साह, गुड्डू साह, जानकी देवी, झपसी साह देशज टाइम्स को पूछते ही बताते हैं

नगर परिषद के जाले बाजार के गणपति बाजार सब्जी मंडी के सब्जी व्यवसायी शिवजी साह, गुड्डू साह, जानकी देवी, झपसी साह देशज टाइम्स को पूछते ही बताते हैं, हम क्या करें बाबू, हमारी खरीद ही महंगी हो गई है। जहां से सब्जी खरीदकर लाते हैं। वहीं, हमारी पैकारी महंगी हो गई है। थोक सब्जी मंडी में भाव काफी उछाल पर है। जो व्यापारी थोक मंडी नहीं जा पा रहे हैं और खुदरा में ही पैकारी कर रहे, ऐसे व्यवसायियों की कीमत और महंगी हो रही। पूंजी भी उपर नहीं हो रहा।

Darbhanga News|Vegitable Price Hike| सब्जियों के नखरे देखकर खरीददारों के छूट रहे पसीने

जब, सब्जियों के भाव जाने की देशज टाइम्स की टीम ने पड़ताल के लिए मंडियों में पहुंची तो सोमवार को जाले सब्जी हाट में आलू के नखरे देखिए सीधे 28 से 30 रुपए प्रति किलो में इसका भाव यथावत है। परवल 50 से 60 के भाव में मुंह बिचका रहा। बैगन भी चालीस के भाव में तो भिंडी पैंतीस के किलो। करैला चालीस रूपए किलो, कद्दू 35 से 40 रुपए, खीरा 30 रुपए किलो। बोरी 35 रुपए किलो। अरबी 60 रुपए किलो था।

Darbhanga News|Vegitable Price Hike| जाले के प्रक्षेत्र प्रसंधक डॉ. चंदन कुमार ने बताया

कृषि विज्ञान केंद्र जाले के प्रक्षेत्र प्रसंधक डॉ. चंदन कुमार ने बताया कि तापमान वृद्धि एवं प्रचंड धूप के कारण खेत की मिट्टी का निचेतक का परत से सोखन शक्ति कमजोर हो गया है। इससे लत्तीदार सब्जी में फूल होते ही जल जाता है। पानी के पटवन के बाद तेज धूप लगने से मिट्टी से अवशोषित पानी तुरंत वाष्प बनने से फूल से फलन नही पा रहा है। इस कारण सब्जी का उत्पादन में कमी देखी जा रही है।

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