Prabhash Ranjan, दरभंगा | मानसिक रूप से बीमार व्यक्तियों के लिए गठित विधिक सेवा इकाई के सदस्यों के लिए दो दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश और अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री विनोद कुमार तिवारी ने मुख्य रूप से संबोधित किया और राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) का ध्येय वाक्य “न्याय सबके लिए” के बारे में बताया।
विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य
श्री तिवारी ने बताया कि NALSA द्वारा समाज के पिछड़े, शोषित और वंचित वर्गों को विशेष विधिक सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही हैं। उनका उद्देश्य हर नागरिक को सस्ती, सुलभ, और सक्षम न्याय सेवाएं प्रदान करना है।
समापन समारोह में वक्तव्य
समापन समारोह में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री रंंजन देव ने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण जरूरतमंदों को न्याय उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि NALSA और BALSA योजनाओं के तहत पीड़ितों को उनकी आवश्यकता के अनुसार निःशुल्क विधिक सेवा प्रदान की जा रही है।
मानसिक रोगियों के लिए प्रशिक्षण
कार्यक्रम में मानसिक रोगियों और बच्चों की सहायता के लिए गठित विधिक सेवा इकाई के सदस्यों को प्रशिक्षित किया गया। इन सदस्यों को मानसिक रोग के कारणों, लक्षणों, पहचान, परामर्श, और सशक्तिकरण जैसे विषयों पर विस्तृत जानकारी दी गई।
प्रमुख वक्ता और उपस्थित लोग
कार्यक्रम में डिप्टी चीफ लीगल एड विरेंद्र कुमार झा, बीएमवीएस रवि कुमार, काउंसलर डॉ. शंकर कुमार यादव, डॉ. रमेश कुमार पाठक, और विधिक सेवा इकाई के पैनल अधिवक्ता सदस्य प्रदीप कुमार सहित अन्य पीएलवी सदस्य मौजूद थे।
निष्कर्ष:
यह कार्यक्रम मानसिक रूप से बीमार व्यक्तियों और बच्चों के लिए विधिक सहायता को और सुलभ बनाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। इससे जुड़ी इकाई के सदस्य अब बेहतर तरीके से कार्य करेंगे और समाज के कमजोर वर्गों को न्याय की राह पर सशक्त करेंगे।