Kisan Samman Diwas: धरती का सीना चीरकर अन्न उपजाने वाले किसानों के लिए एक विशेष दिन, जब सरकारों के वादे और योजनाएं खेत-खलिहान तक पहुंचती नजर आईं। यह सिर्फ एक जयंती नहीं, बल्कि अन्नदाताओं के श्रम और सम्मान का प्रतीक है।कृषि विज्ञान केंद्र, जाले में मंगलवार को देश के पांचवें प्रधानमंत्री और भारत रत्न चौधरी चरण सिंह की जयंती पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस गरिमामयी अवसर पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), नई दिल्ली से कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। आईसीएआर, नई दिल्ली के महानिदेशक डॉ. मंगी लाल जाट ने स्वागत संबोधन से कार्यक्रम का शुभारंभ किया, जिसमें विभिन्न पंचायतों से आए सैकड़ों किसानों ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
केंद्रीय मंत्रियों ने ‘Kisan Samman Diwas’ पर दी अहम जानकारी
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान रहे, जिन्होंने ‘विकसित कृषि जी राम जी’ योजना पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह योजना देश के अन्नदाताओं और श्रमिकों के लिए एक नई सुबह लेकर आएगी, जिससे उन्हें बहुआयामी लाभ प्राप्त होंगे। वहीं, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भगीरथ चौधरी ने ‘विकसित भारत जी राम जी’ नामक नए कानून की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह योजना पूर्व में मनरेगा के नाम से प्रचलित थी, जिसके तहत श्रमिकों को वर्ष में 100 दिन का कार्य सुनिश्चित किया जाता था।नए विधेयक के प्रावधानों के अनुसार, अब यह अवधि बढ़ाकर 125 दिन कर दी गई है। ग्रामीण रोजगार को बढ़ावा देने वाली इस योजना के तहत श्रमिकों के अधिकारों के संरक्षण के लिए इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी कंप्यूटर प्रणाली के माध्यम से की जाएगी। यह कदम पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
किसानों के लिए सरकारी योजनाओं का लाभ
कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डॉ. दिव्यांशु शेखर ने कार्यक्रम के दौरान किसानों को राज्य और केंद्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से अवगत कराया। इनमें ‘मखाना क्षेत्र विस्तार’, ‘पीएम कृषि धन-धान्य योजना’ और इनसे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल थीं। उन्होंने इन योजनाओं के लाभों और आवेदन प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से बताया, ताकि अधिक से अधिक किसान इनका फायदा उठा सकें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।इस अवसर पर उद्यान वैज्ञानिक डॉ. प्रदीप कुमार विश्वकर्मा, गृह वैज्ञानिक डॉ. पूजा कुमारी, प्रक्षेत्र प्रबंधक डॉ. चंदन कुमार और वरीय शोधकर्ता डॉ. पूजा कुमारी ने भी किसानों के साथ खेती-किसानी से जुड़ी कई उपयोगी बातें साझा कीं। इनमें नई कृषि तकनीकें, उन्नत बीज, फसल प्रबंधन और पशुपालन से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां शामिल थीं। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करेंयह आयोजन किसानों को सशक्त बनाने और उन्हें आधुनिक कृषि पद्धतियों से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण Kisan Samman Diwas था। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।



