दरभंगा,देशज टाइम्स ब्यूरो। कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय का पचांग बाजार में आ गया। इसका शुक्रवार को विधिवत लोकार्पण कुलपति प्रो.शशिनाथ झा ने किया।
अपने कार्यालय में विमोचन मौके पर वीसी प्रो. झा ने सहयोग के लिए सबों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, 1974 से हम लगातार पंचांग का प्रकाशन कर रहे हैं। यह हमारे लिए गौरव की बात है। हमारे ज्योतिषी पूरे वर्ष इसके निर्माण में लगे रहते हैं। उनके परिश्रम से ही यह कार्य पूरा हो पाता है।
उन्होंने कहा, भारतीय संस्कृति में विश्वास रखने वालों के लिए यह एक महत्वपूर्ण पंचांग है। इसी आधार पर हम अपना
दैनिक कार्य एवं संस्कारों का सम्पादन करते हैं। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसके प्रकाशन से पूर्व पंडितों की सभा का आयोजन किया जाता है तथा विचार-विमर्श के बाद ही इसे अंतिम रूप दिया जाता है। वर्तमान पंचांग का आरंभ 14 जुलाई से हो रहा है। यह तीन जुलाई 2023 तक के लिए मान्य होगा।
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