Darbhanga | श्रम संसाधन विभाग, बिहार सरकार के निर्देश पर जाले प्रखंड में बाल एवं किशोर श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) अधिनियम, 1986 के तहत बाल श्रमिकों की विमुक्ति के लिए विशेष छापेमारी अभियान चलाया गया। इस अभियान में नीरज लेथ मशीन वर्कशॉप, जाले, दरभंगा से एक बाल श्रमिक को मुक्त कराया गया।
📢 आधिकारिक जानकारी: बिहार सरकार – श्रम संसाधन विभाग
📌 श्रम अधीक्षक का बयान
श्रम अधीक्षक किशोर कुमार झा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 34 बाल श्रमिकों को विभिन्न कार्यस्थलों से मुक्त कराया जा चुका है।
✔️ बाल श्रम के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी
✔️ सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता अभियान – पोस्टर, बैनर, फ्लैक्स लगाए गए
✔️ प्रशासनिक दबाव और सामाजिक जागरूकता से बाल श्रम समाप्त करने का लक्ष्य
📢 “बाल श्रम एक कुप्रथा है जिसे सिर्फ प्रशासनिक कार्रवाई ही नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता से भी खत्म किया जा सकता है।” – किशोर कुमार झा, श्रम अधीक्षक, दरभंगा
📌 छापेमारी अभियान में शामिल अधिकारी
🔹 प्रेम कुमार साह – श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, जाले
🔹 बमबम कुमार – श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, घनश्यामपुर
🔹 शुभम – श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, कुशेश्वरस्थान
🔹 लक्ष्मण कुमार झा – श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, सिंहवाड़ा
🔹 अजय कुमार – कार्डस् संस्था के प्रतिनिधि
🔹 संदीप कुमार झा और नारद मंडल – सामाजिक कार्यकर्ता, प्रयास संस्था
🔹 स्थानीय पुलिस बल
📢 बाल श्रम उन्मूलन के लिए समाज को जागरूक करने और प्रशासन को सहयोग देने की अपील की गई है।