

कुशेश्वरस्थान। कोसी और कमला बलान नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि के कारण कुशेश्वरस्थान प्रखंड के तटबंध से पूरब बसे चार पंचायतों में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है।
प्रभावित पंचायतों के निचले इलाकों में लगभग 50 से अधिक घरों में पानी घुस चुका है।
बाढ़ प्रभावित पंचायत और गांव
इटहर पंचायत: चौकिया, लक्षमीनिया
उजुआ सिमरटोका पंचायत: कोदरा, बुढ़िया सुकराती, झाझा
उसरी पंचायत: छोटकी कोनिया
अन्य प्रभावित गांव: बल्थरवा, भरैन मुशहरी
जलस्तर में लगातार वृद्धि के कारण नदी का पानी खेत-खलिहानों में फैल रहा है और फसल डुबने की कगार पर है। प्रमुख सड़कों पर पानी चढ़ने से यातायात प्रभावित हुआ है और लोग मुख्य मार्गों तक पहुँचने के लिए नाव का सहारा ले रहे हैं।
स्लूइस गेट और निकासी में समस्या
फुहिया में स्लूइस गेट बंद होने के कारण कमला और जीबछ नदी का जलनिकासी बाधित हो रहा है। इससे सुघराईन पंचायत समेत सुघराईन, जिरौना, बाघमारा और लक्षमीनिया गांव पूरी तरह बाढ़ की चपेट में हैं।
जिला परिषद सदस्य ने किया दौरा
जिला परिषद सदस्य पूनम मणि शर्मा और प्रतिनिधि राम शंकर शर्मा ने बाढ़ प्रभावित पंचायतों का दौरा कर पीड़ित परिवारों से समस्या पर चर्चा की। उन्होंने प्रशासन से सामुदायिक किचन, पेयजल और फसल क्षति पूर्ति की मांग की।
बाढ़ राहत कार्य और प्रशासनिक प्रयास
चौकीया और लक्षमीनिया में पोलीथीन वितरण किया गया।
प्रभावित क्षेत्रों में 21 सरकारी नावें परिचालित हैं।
अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो बुधवार से सामुदायिक किचन चालू किया जाएगा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जलस्तर में वृद्धि लगातार जारी है और घरों में पानी प्रवेश, खेतों की बर्बादी और आवाजाही में कठिनाई को देखते हुए प्रशासन की सक्रियता आवश्यक है।








