कुशेश्वरस्थान, देशज टाइम्स ब्यूरो। स्थानीय सतीघाट पीएचसी में नारकीय स्थिति बनी हुई है। पैसे की उगाही मरीजों व उसके संबंधित लोगों से अलग से हो रही। अस्पताल परिसर में गंदगी चारों तरफ पसरी है। इससे मरीजों समेत हर दिन यहां इलाज के लिए परिजनों को लेकर आने वाले अभिभावक भी हलकान हो रहे।
मगर, अस्पताल प्रबंधक का इसपर कतई ध्यान नहीं है। इसके खिलाफ लोगों में गुस्सा है। वहीं, सोमवार को अस्पताल को सुधाने की दिशा में जन सेवा संस्थान हिरणी के कार्यकर्ताओं ने पहल शुरू कर दी है। इसके तहत पहले फेज में कार्यकर्ताओं का एक शिष्टमंडल सोमवार को पीएचसी सतीघाट में व्याप्त कुव्यवस्था को दूर करने के लिए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सिद्धार्थ शंकर विद्यार्थी व स्वास्थ्य प्रबंधक लोकेश कुमार से मिलकर मांग पत्र सौंपा।
मांग पत्र में पीएचसी की नियमित साफ-सफाई करने, शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने, रोगी कल्याण समिति का गठन कर इसकी बैठक नियमित करने, महिला चिकित्सक सहित रिक्त पड़े सभी पदों पर चिकित्सक व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को बहाल करने, भर्ती व आउटडोर में इलाज कराने वाले मरीजों को दवा उपलब्ध कराने, भर्ती मरीजों को भोजन उपलब्ध कराने सहित अन्य शामिल है।
जदयू के बोलबम चौधरी ने जांच लैब में मरीजों से जांच के नाम पर, प्रसूता को भर्ती करने के एवज में व जन्म प्रमाण पत्र देने के बदले अवैध वसूली पर तत्काल रोक लगाने की मांग की।
खेग्रामस के जिला सचिव बैजनाथ यादव ने पीएचसी में सरकारी विद्युत कनेक्शन लगवाने का अनुरोध किया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विद्यार्थी व स्वास्थ्य प्रबंधक श्री कुमार ने शिष्टमंडल को सभी मांगें एक माह के अंदर पूरा करने का आश्वासन दिया।
साथ ही पीएचसी के आंतरिक व बाहरी परिसर की साफ-सफाई करने वाली एजेंसी स्व. नवलकिशोर सेवा संस्थान वैशाली व सावन इंफोटेक बेनीपुर को पीएचसी में गंदगी रहने को लेकर स्पष्टीकरण पूछने की बात कही। शिष्टमंडल में सुभाष चंद्र चौधरी, संजीव झा, प्रकाश चौधरी, घनश्याम चौधरी, बैद्यनाथ यादव, बोलबम चौधरी, सुबोध झा, मनोज शर्मा, वीरभद्र चौधरी, धनंजय चौधरी, कार्तिक कमती सहित अनेक लोग शामिल थे। मौजूद कार्यकर्ताओं ने अस्पताल प्रबंधन को एक माह का अल्टीमेटम देते कहा, अगर इस दौरान सुधार नहीं दिखा तो आगे की रणनीति बनाएंगें।