Kusheshwarsthan News: नव वर्ष की दहलीज पर खड़ा शिवनगरी कुशेश्वरस्थान, पर गंदगी का ढेर और हड़ताली सफाईकर्मी—एक कड़वी सच्चाई जो आस्था और उत्सव के रंग को फीका कर रही है।
Kusheshwarsthan News: नव वर्ष से पहले शिवनगरी में लगा गंदगी का अंबार, हड़ताल पर सफाईकर्मी, श्रद्धालुओं को भारी परेशानी
कुशेश्वरस्थान News: शिवनगरी में स्वच्छता का संकट
कुशेश्वरस्थान पूर्वी नगर पंचायत में विगत दो दिनों से साफ-सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप्प पड़ गई है। बाजार से लेकर आसपास के इलाकों तक कचरे का अंबार लगा हुआ है। हालात ऐसे बन गए हैं कि मिथिला के इस प्रसिद्ध तीर्थ स्थल पर नए साल में आने वाले श्रद्धालुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मंदिर के आसपास और सड़कों पर गंदगी के ढेर आस्था के मार्ग में बाधा बन रहे हैं।जानकारी के अनुसार, नगर पंचायत के सफाईकर्मी पिछले दो माह से मानदेय का भुगतान न होने से नाराज होकर हड़ताल पर चले गए हैं। सफाईकर्मियों का मानदेय समय पर न मिलने के कारण उनके सामने जीविका का संकट खड़ा हो गया है। सफाई प्रबंधक भिखो पासवान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जब तक वेतन का भुगतान नहीं होगा, हड़ताल जारी रहेगी। वे अपने नव वर्ष के त्योहार को कैसे मनाएंगे, जब उनके पास परिवार चलाने के लिए पैसे ही नहीं हैं।
सिर्फ श्रद्धालु ही नहीं, नगर पंचायत के आम लोग भी इस स्थिति से बुरी तरह प्रभावित हैं। कुल 13 वार्डों में घरों का कचरा पिछले दो दिनों से जमा है। कई लोग मजबूरी में कचरे को यत्र-तत्र फेंकने को विवश हैं, जिससे पूरे इलाके में दुर्गंध फैल गई है। यह सिर्फ एक सफाई अभियान की बात नहीं, बल्कि आम जनजीवन से जुड़ी समस्या है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।हड़ताली सफाईकर्मियों का कहना है कि वे गरीब परिवार से आते हैं और उनका पूरा जीवन-यापन मानदेय पर ही निर्भर करता है। समय पर वेतन न मिलने से उन्हें भारी परेशानी हो रही है। यदि घर में कोई बीमार पड़ जाए, तो कर्ज भी नहीं मिलता। उनकी एकमात्र मांग है कि उन्हें समय पर उनकी मजदूरी का भुगतान किया जाए, ताकि वे और उनका परिवार सम्मानजनक जीवन जी सकें। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करेंनगर पंचायत कुशेश्वरस्थान पूर्वी में कुल 50 स्थायी और लगभग 35 अस्थायी सफाईकर्मी कार्यरत हैं। इन सभी को पिछले दो माह से मानदेय नहीं मिला है। यह समस्या नगर पंचायत के गठन के बाद से ही चली आ रही है, जब से सफाईकर्मी यहां काम कर रहे हैं, उन्हें कभी भी सही समय पर भुगतान नहीं मिला। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
अधिकारियों का आश्वासन, लेकिन समाधान कब?
इस संबंध में कार्यपालक पदाधिकारी गोपाल कुमार ने बताया कि इस मुद्दे को वरीय अधिकारियों के समक्ष रखा गया है और जल्द ही सफाईकर्मियों का भुगतान करवा दिया जाएगा। हालांकि, यह आश्वासन कब तक हकीकत में बदलेगा, यह देखने वाली बात होगी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। सफाईकर्मी अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं और जब तक उनका बकाया भुगतान नहीं होता, तब तक वे काम पर लौटने को तैयार नहीं हैं। यह समस्या सिर्फ कुशेश्वरस्थान की नहीं, बल्कि कई जगहों पर सफाईकर्मियों के मानदेय से जुड़ी एक बड़ी चुनौती है।






