जानकारी के अनुसार, बिहार का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल शिवनगरी बाबा कुशेश्वर धाम के शिवगंगा का पानी मैला हो गया है। शिवगंगा के पानी का रंग भी नीला हो चुका है। इसके कारण पानी से बदबू आ रही है। बदबू भी इतना की बगल में थाने में में ड्यूटी पर तैनात पदाधिकारी और कर्मियों का भी जीना मुहाल हो गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रत्येक वर्ष सावन में बाबा नगरी कुशेश्वर नाथ मंदिर में लाखों शिवभक्त पूजा अर्चना करने आते हैं। अब सवाल यह है कि दूर दराज से जो भी शिवभक्त यहां आएंगे क्या वह इसी बदबूदार नीला पानी मे स्नान कर बाबा भोले को जलाभिषेक करेंगे।
स्थानीय लोग बताते हैं कि शिवगंगा का पानी इतना गंदा हो गया है कि जो भी लोग शिवगंगा में स्नान करते हैं, उनके शरीर में खुजली होने लगती है। आखिर न्यास इतनी लापरवाही क्यों कर रही है।
शिवगंगा की साफ-सफाई में न्यास के किसी सदस्य की जेब से जब खर्च नहीं होना तो फिर शिवगंगा की साफ-सफाई क्यों नहीं की जाती है। वहीं, बाबा की दान पेटी से महीने में लाखों की कमाई होती है। इससे पूर्व आस्था का महापर्व छठ में भी शिवगंगा की यही दुर्दशा थी।
जब देशज टाइम्स ने प्रमुखता से इसकी खबर लिखी थी तब जाकर जिलाधिकारी ने संज्ञान लिया। और शिवगंगा की साफ-सफाई की गई थी। इस बार भी शिवगंगा का पानी काफी गंदा हो गया है।
न्यास के कार्यालय के ठीक सामने शिवगंगा है और न्यास के लोग प्रत्येक दिन गंदा पानी को देखते है साफ सफाई नहीं करा रहे हैं। आखिर न्यास के पदाधिकारी और कर्मी को हनुमानजी जैसा क्यों शक्ति याद दिलाना पड़ता है।