
दरभंगा। मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने पार्ट 3 रिजल्ट में हुई गड़बड़ी (LNMU got stuck in part 3 by messing up the result) के खिलाफ बेमियादी भूख हड़ताल शुरू कर दिया है। आंदोलन एमएसयू के केएस कॉलेज के छात्र नेता अनीश चौधरी और मारवाड़ी कॉलेज के छात्र नेता नारायण मिश्रा के नेतृत्व में आंदोलन शुरू किया गया है।
भूखे प्यासे ऐसे ही आंदोलन पर बैठे रहेंगे
इसमे आरएनआर कॉलेज के छात्र डिक्सन कुमार बीआरबी कॉलेज के छात्र विष्णु हरी ठाकुर व एमएलएसएम कॉलेज के छात्र गुरु शरण कुमार अनिश्चितकालीन के लिए भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं।
छात्रों को एमएसयू के छात्र नेता अमन सक्सेना दिवाकर मिश्रा अभिषेक कुमार झा नारायण मिश्रा अनीश चौधरी अर्जुन कुमार सुधांशु कुमार आदि छात्र नेताओं ने संबोधित किया। छात्र नेताओं ने कहा विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से जान कर छात्रों को फ़ैल और कम नंबर दिया जाता हैं ताकि स्क्रूटिनी के नाम पर छात्रों से पैसा वसूल कर सके और प्राइवेट एजेंसी को फायदा पंहुचा सके।
अगर छात्र फैल नहीं करेंगे, छात्रों को कम नंबर नहीं दिया जाएगा तो छात्र स्क्रूटिनी करेंगे ही क्यों इसी कारण छात्रों का रिजल्ट ख़राब किया जा रहा हैं ताकि छात्र स्क्रूटिनी के नाम पर पैसा खर्च कर सके छात्र नेताओं ने कहा मिथिला विश्वविद्यालय का एक भी कॉलेज नहीं हैं जहां गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलता हो।
छात्र प्राइवेट कोचिंग के सहारे जैसे-तैसे परीक्षा में शामिल होते हैं और उनका रिजल्ट फ़ैल कर दिया जाता हैं और कम नंबर दे दिया जाता हैं। यह कहां से उचित हैं।
इसी के विरोध में आज आमरण भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं और कह रहे जब तक सभी मांग पूरा नहीं हो जाएगा तब तक हमलोग भूखे प्यासे ऐसे ही आंदोलन पर बैठे रहेंगे।
आमरण भूख हड़ताल मंगलवार को दिन के 12 बजे से शुरू किया गया। इसके बाद भूख हड़ताल पर बैठे 3 साथियों को माला पहना कर अनसन शुरू किया गया। इसके बाद बारी-बारी से एमएसयू सेनानी अपना सम्बोधन छात्रों के सामने देने लगे और नारेबाजी करने लगे।
छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया सभी छात्रों के चेहरा पर आक्रोश झलक रहा था क्यूंकि उनके कैरियर पर सवाल खड़ा हो उठा हैं। कई छात्र सत्र 16-19 के हैं जिनका ये आखिरी सेशन था कई छात्र 17-20 के हैं तो कई छात्र मौजूदा सत्र 18-21 के हैं। इनका एक विषय के कारण पूरा सत्र बर्बाद हो रहा है।
आंदोलन इन छात्रों के लिए अब अंतिम उपाय बचा हैं जिसके लिए सारे छात्र जोड़ लगा रहे हैं और तब तक भूख हड़ताल पर बैठने का निर्णय कर चुके हैं जब तक सभी मांगे पूरा ना हो जाए हमारी मांग हैं की जो भी छात्र अपने नंबर से संतुष्ट नहीं हैं उनके कॉपी का पुनः मूल्यांकन किया जाए।
सभी फ़ैल छात्रों को पास किया जाए और स्क्रूटिनी के नाम पर किये जा रहे अवैध वसूली को पूर्णतः बंद किया जाए आंदोलन में सेकड़ो छात्रों ने समर्थन दिया हैं शाम 4 बजे तक कोई भी पदाधिकारी अनसनकारियो से मिलने तक नहीं पहुंचे कही ना नहीं ये लोकतान्त्रिक आंदोलन का मजाक हैं।
आंदोलन का महत्व विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं दे रहा हैं जिससे आंदोलन पर बैठे छात्र काफी आक्रोशित दिखे लेकिन शांतिपूर्ण तरीके से अपने आंदोलन को अंजाम तक पंहुचा रहे हैं कहा जब तक मांग पूरा नहीं होगा हमलोग ऐसे ही आंदोलन पर बैठे रहेंगे हम उग्र भी हो सकते हैं।
अगर विश्वविद्यालय हमारे मामले पर संज्ञान नहीं ले तो सैकड़ों छात्रों से हजारों छात्रों में तब्दील होने में हमें समय नहीं लगेगा जिसकी पूर्णतः जवाबदेही विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।

मौके पर आंदोलन के समर्थन में वेदांत वत्स, सतीश कुमार, आदर्श, अंकुश, अमित, प्रेम, रिशु, चंदन, मुन्ना, गणेश, विकास, राहुल, आदित्य, धीरज, विजय, तनवीर कौशल, अफजल हुसैन, विशाल कुमार, प्रकाश, आदर्श, रंजन, सरोज गुड्डू, राकेश अंकित, अमरनाथ जनी, मोहित कुमार, अली मोहम्मद, धीरज कुमार ठाकुर आदि छात्र मौजूद हैं।
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