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12 दिसम्बर, 2024
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Darbhanga के मनीगाछी में फैला लंपी, 1 पशु के इलाज पर आते 10 हजार खर्च, कहां से करें पशुपालक, सरकारी अस्पताल में दवा नहीं, सरकारी डॉक्टर छुट्‌टी पर, झोला झाप…हे भगवान! पशुओं की मौतों से त्राहिमाम्

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बसंत कुमार झा, मनीगाछी, देशज टाइम्स ब्यूरो। प्रखंड क्षेत्र में खतरनाक लंपी रोग ( पशुओं में गंभीर त्वचा रोग) तेजी से अपना पांव पसार रहा है। बलौर, राजे, ब्रह्मपुरा, भोकराही, भटपुरा आदि गांवों में सैकड़ों दुधारु पशु इससे संक्रमित हैं।

अकेले बलौर गांव में ही दर्जनों गाय, भैंस रोगग्रस्त हैं। ब्रह्मपुरा निवासी किसान प्रमोद सिंह उर्फ मैझलु एवं शिवशंकर सिंह के गाय की मौत हो चुकी है। अपने बीमार मवेशियों को लेकर किसान परेशान हैं।

सरकारी पशु चिकित्सक नदारद : गौड़ी मंडल, सुगन मंडल, प्रभु चौधरी, घुरन सदाय, राम ठाकुर, बाबू नारायण चौधरी, विनोद पासवान, इंद्रकला देवी, शिरी मंडल, शिवशंकर सिंह, प्रमोद सिंह सहित अन्य पशुपालकों ने देशज टाइम्स को बताया कि रोग ग्रस्त मवेशियों का इलाज झोलाझाप डॉक्टरों के भरोसे चल रहा है।

प्रखंड पशु चिकित्सालय पर न तो चिकित्सक मिलते हैं। और, न हीं दवाई मिलती है। बीमारी की दवा काफी मंहगी है। एक जानवर के इलाज में दस हजार रुपये तक का खर्चा आता है। उचित चिकित्सा के अभाव में जानवरों की मौत हो रही है। देसी पशुपालकों ने पशुपालन विभाग के पदाधिकारी एवं सरकार से अविलंब चिकित्सक एवं दवा उपलब्ध कराए जाने की मांग की है।

पीएचसी मनीगाछी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राजा आलम ने देशज टाइम्स मनीगाछी ब्यूरो को बताया कि प्रखंड पशु चिकित्सक दिलीप कुमार दीपक पांच दिन के अवकाश पर हैं।

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