दरभंगा न्यूज़: बिहार विधानसभा के गलियारों में इस बार मिथिला की अपनी भाषा मैथिली की गूंज सुनाई दी. करीब डेढ़ दर्जन विधायकों ने अपनी मातृभाषा में शपथ लेकर एक नई मिसाल पेश की, जिसके बाद अब उन्हें खास सम्मान मिलने जा रहा है. जानिए कौन करेगा इन जनप्रतिनिधियों का अभिनंदन और क्या है इसके पीछे की पूरी कहानी.
बिहार विधानसभा में नवनिर्वाचित सदस्यों द्वारा अपनी मातृभाषा मैथिली में शपथ ग्रहण करने की पहल को सराहा जा रहा है। इसी क्रम में विद्यापति सेवा संस्थान ने उन सभी विधायकों का सामूहिक अभिनंदन करने का निर्णय लिया है, जिन्होंने विधायक पद की शपथ मैथिली में ली है। संस्थान के महासचिव डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने इस जानकारी को साझा करते हुए बताया कि इन जनप्रतिनिधियों ने अपनी मातृभूमि मिथिला और मातृभाषा मैथिली का मान बढ़ाया है।
मैथिली में शपथ, बढ़ाया मान
सोमवार को मातृभाषा मैथिली में शपथ लेने वाले विधायकों में निम्नलिखित नाम शामिल हैं:
- हरलाखी के विधायक सुधांशु शेखर
- बेनीपट्टी के विधायक विनोद नारायण झा
- रूनी सैदपुर की विधायक मीना कुमारी
- बिस्फी के विधायक आसिफ अहमद
- मधुबनी के विधायक माधव आनंद
- राजनगर के विधायक सुजीत कुमार
- झंझारपुर के विधायक नीतीश मिश्रा
- गौराबौड़ाम के विधायक सुजीत कुमार
- बेनीपुर के विधायक प्रो. विनय कुमार चौधरी
- अलीनगर की विधायक मैथिली ठाकुर
- दरभंगा ग्रामीण के विधायक राजेश कुमार मंडल
- दरभंगा नगर विधायक संजय सरावगी
- हायाघाट के विधायक रामचंद्र प्रसाद
- केवटी के विधायक डॉ. मुरारी मोहन झा
इन सभी 14 विधायकों ने मैथिली में शपथ लेकर न केवल अपनी पहचान का सम्मान किया, बल्कि मिथिला क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर को भी गरिमा प्रदान की है। यह पहल अन्य जनप्रतिनिधियों के लिए भी प्रेरणास्रोत बन गई है।
प्रतिनिधियों में बढ़ रहा उत्साह
विद्यापति सेवा संस्थान के अध्यक्ष और कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. शशिनाथ झा ने इस घटना पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मिथिला की संस्कृति और मातृभाषा मैथिली के प्रति जनप्रतिनिधियों में बढ़ रहा यह उत्साह शुभ संकेत है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन विधायकों की सकारात्मक पहल से केंद्र और राज्य सरकारें मिथिला और मैथिली के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक कदम उठाएंगी और मार्ग प्रशस्त करेंगी।
मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पंडित कमलाकांत झा ने भी इन विधायकों द्वारा मैथिली में शपथ लिए जाने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने इस दिन को समस्त मिथिलावासियों के लिए सम्मान और गौरव का अनुभव कराने वाला बताया। प्रो. जीवकांत मिश्र ने भी शपथ ग्रहण करने वाले विधायकों को शुभकामनाएं देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि उनके नेतृत्व से मिथिला क्षेत्र का स्वर्णिम भविष्य साकार होगा और मैथिली के विकास की नई राहें खुलेंगी।
संस्थान ने की थी खास अपील
संस्थान के मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा ने बताया कि विद्यापति सेवा संस्थान ने सभी जनप्रतिनिधियों से अपनी मातृभाषा में शपथ लेने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा कि जनसेवा के महत्वपूर्ण दायित्व को ग्रहण करते समय जनप्रतिनिधियों द्वारा मातृभूमि और मातृभाषा को सम्मान देना अत्यंत सराहनीय और सभी मिथिला क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने सभी विधायकों को उनकी मिली जवाबदेही की उद्देश्यपूर्ण सफलता के लिए हार्दिक शुभकामनाएं भी दीं।
इस अवसर पर शुभकामनाएं देने वालों में साहित्यकार मणिकांत झा, डॉ. महेंद्र नारायण राम, विनोद कुमार झा, प्रो. विजय कांत झा, डॉ. गणेश कांत झा, डॉ. महानन्द ठाकुर, प्रो. चंद्रशेखर झा ‘बूढ़ाभाई’, दुर्गानन्द झा, आशीष चौधरी और पुरुषोत्तम वत्स, मणिभूषण राजू सहित कई अन्य प्रमुख लोग शामिल थे।








