

प्रभाष रंजन, दरभंगा | बिहार की विशेष निगरानी इकाई (SVU) ने बुधवार की सुबह दरभंगा में बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रणव कुमार के आवास पर छापेमारी की। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति (Disproportionate Assets) के मामले में की गई।
1.59 करोड़ की नाजायज संपत्ति का आरोप
निगरानी विभाग ने प्रणव कुमार के खिलाफ पीसी एक्ट 1988 (संशोधित 2018) की धारा 13(1)(B), 13(2) और 12 के तहत कांड संख्या 22/2025 दर्ज किया है।
आरोप है कि उन्होंने अपनी सेवा अवधि में विभिन्न पदों पर रहते हुए लगभग ₹1,59,52,032 की अवैध संपत्ति अर्जित की — जो उनके ज्ञात आय स्रोतों से कहीं अधिक है।
संतोषजनक जवाब नहीं देने पर कोर्ट से तलाशी वारंट जारी किया गया और निगरानी टीम ने बुधवार सुबह कार्रवाई शुरू की।
लहेरियासराय में किराए के मकान पर छापा
निगरानी विभाग की टीम सुबह-सुबह लहेरियासराय थाना क्षेत्र के हाउसिंग कॉलोनी स्थित किराए के आवास पर पहुँची। वहाँ कार्यपालक अभियंता प्रणव कुमार समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया गया।
टीम ने पूरे घर की तलाशी ली और भारी मात्रा में नकदी मिलने की संभावना जताई है। फिलहाल घर के अंदर किसी को जाने की अनुमति नहीं है और पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
दरभंगा से जुड़ा बड़ा नेटवर्क
सूत्रों के अनुसार, यह कार्यालय दरभंगा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर सहित 12 जिलों के विद्युत प्रमंडलों से जुड़ा हुआ है।
निगरानी विभाग को आशंका है कि संपत्ति का जाल कई जिलों तक फैला हुआ है।
पहले भी घूसखोरी में पकड़े जा चुके अधिकारी
दरभंगा में यह कोई पहली कार्रवाई नहीं है।
21 अक्टूबर 2016: निगरानी टीम ने प्रधान लिपिक नीलकमल मिश्र को घूस लेते पकड़ा था।
03 अप्रैल 2024: ग्रामीण विद्युत अभियंता अजीत कुमार और लाइनमैन रिंकू कुमारी को ₹40,000 रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने आटा चक्की के बिजली कनेक्शन के नाम पर रिश्वत मांगी थी।
आगे क्या होगा?
निगरानी विभाग द्वारा छापेमारी जारी है। सभी अचल संपत्तियों, बैंक खातों और निवेशों की जांच की जा रही है। पकड़े गए अभियंता से पूछताछ के बाद कई और अधिकारियों पर गाज गिरने की संभावना जताई जा रही है।








