दरभंगा। मिथिलांचल की धरती पर ज्ञान और दर्शन की सदियों पुरानी परंपरा एक बार फिर जीवंत होने जा रही है। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी का आयोजन हो रहा है, जहां भारतीय दर्शन के एक अप्रतिम विद्वान मंडन मिश्र के गहन विचारों पर विमर्श होगा। यह आयोजन न केवल दार्शनिकों, शोधार्थियों बल्कि आम जिज्ञासुओं में भी कौतूहल जगा रहा है।
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (LNMU), दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर संजय कुमार चौधरी के निर्देशानुसार, विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग में स्थापित मंडन मिश्र पीठ और डॉ प्रभात दास फाउंडेशन, दरभंगा के संयुक्त तत्वावधान में एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। “भारतीय दर्शन और मंडन मिश्र” विषय पर केंद्रित यह संगोष्ठी 28 नवंबर, 2025 को दोपहर 1 बजे से पीजी संस्कृत विभाग में आयोजित होगी।
इस महत्वपूर्ण आयोजन की रूपरेखा को अंतिम रूप देने के लिए हाल ही में एक आयोजन समिति की बैठक हुई। पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. घनश्याम महतो की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में मंडन मिश्र पीठ के संयोजक डॉ. आर. एन. चौरसिया, उदयनाचार्य पीठ की संयोजिका डॉ. मोना शर्मा, संस्कृत प्राध्यापिका डॉ. ममता स्नेही, फाउंडेशन के सचिव मुकेश कुमार झा, शोधार्थी सदानंद विश्वास और कल्पना प्रधान, तथा छात्र केशव कुमार, अभिषेक, कुमकुम, कृष्ण मोहन भगत, सिंटू कुमार, मनोज कुमार, मंजू अकेला और उदय कुमार उद्देश्य सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
सक्रिय हैं विश्वविद्यालय के पीठ
बैठक का स्वागत करते हुए डॉ. घनश्याम महतो ने बताया कि विभाग में स्थापित मंडन मिश्र पीठ और उदयनाचार्य पीठ दोनों ही सक्रिय हैं और लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं। डॉ. चौरसिया ने संगोष्ठी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसमें सीएम कॉलेज, दरभंगा के दर्शनशास्त्र के प्राध्यापक डॉ. आदित्य कुमार सिंह मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किए गए हैं।
सभी के लिए खुला मंच: निःशुल्क सहभागिता और प्रमाण पत्र
डॉ. प्रभात दास फाउंडेशन के सचिव मुकेश झा ने बताया कि इस संगोष्ठी में सहभागिता पूर्णतः निःशुल्क है। यह आयोजन शिक्षकों, शोधार्थियों और किसी भी विषय के विद्यार्थियों के लिए एक खुला मंच प्रदान करेगा। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि संगोष्ठी में भाग लेने वाले सभी सहभागियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा, जो उनके अकादमिक प्रोफाइल के लिए लाभकारी होगा।
मंडन मिश्र: मिथिला के महान दार्शनिक
डॉ. मोना शर्मा ने मंडन मिश्र के योगदानों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे मिथिला के एक महान दार्शनिक थे, जिनके विचारों का भारतीय दर्शन पर गहरा प्रभाव रहा है। इस संगोष्ठी में उनके दार्शनिक योगदानों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। डॉ. ममता स्नेही ने कहा कि मंडन मिश्र का मीमांसा और वेदांत दर्शन में विशेष योगदान रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह आयोजन छात्रों और शोधार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों के लिए भी अत्यंत लाभदायक सिद्ध होगा, जिससे उन्हें मंडन मिश्र के दर्शन को गहराई से समझने का अवसर मिलेगा।



