प्रभास रंजन, दरभंगा, देशज टाइम्स। दरभंगा जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां मृत घोषित किया गया एक नाबालिग युवक बृहस्पतिवार को न्यायालय में जीवित अवस्था में उपस्थित हुआ। युवक ने अपने अपहरण और नेपाल ले जाए जाने की पूरी घटना का खुलासा किया है।
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खेल मैदान से अपहरण कर नेपाल ले जाया गया
युवक ने न्यायालय को बताया कि दरभंगा विश्वविद्यालय के खेल मैदान से कुछ अज्ञात लोगों ने उसे मुंह पर रुमाल रखकर बेहोश कर दिया था। इसके बाद उसे नेपाल ले जाया गया। वहां से मौका पाकर वह भाग निकला और भारत की सीमा पर पहुंचकर अपने परिजनों को सूचना दी।
बुधवार को वह अपने भाई के साथ घर पहुंचा और बृहस्पतिवार को न्यायालय में हाजिर होकर सारी कहानी बताई।
8 मार्च को गुमशुदगी का आवेदन दिया गया था
8 मार्च 2025 को परिजनों ने युवक की गुमशुदगी को लेकर मब्बी थाना में आवेदन दिया था। लेकिन थाने ने इस पर केवल सनहा दर्ज कर कार्यवाही समाप्त कर दी थी।
गलत पहचान के चलते शव का अंतिम संस्कार
गुमशुदगी के कुछ दिन बाद रेलवे ट्रैक पर एक घायल युवक मिला था। परिजन ने उसे अपना लापता भाई बताते हुए पहचान की थी। इलाज के दौरान उस घायल युवक की मौत हो गई थी। इसी को मृतक मानकर शिनाख्त और अंतिम संस्कार किया गया था।
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया था और उन्होंने मुख्य सड़क को जाम कर पुलिस के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया था।
थानाध्यक्ष पर गिरी गाज
इस पूरे मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में दरभंगा के एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलरेड्डी ने मब्बी थानाध्यक्ष दीपक कुमार को निलंबित कर दिया था।
अब असली युवक के जीवित मिलने के बाद मामला एक बार फिर चर्चा में आ गया है। पुलिस प्रशासन इस नई स्थिति के अनुसार जांच आगे बढ़ा रहा है।