सतीश चंद्र झा, बेनीपुर, दरभंगा। शारदीय नवरात्र के आठवें दिन देर रात माता का पट खुलते ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। खासकर महिलाओं में खोइच्छा भरने की परंपरा को लेकर पूजा स्थलों पर चहल-पहल रही।
बलि प्रथा और परंपरा
मिथिलांचल के कई दुर्गा पूजा स्थलों पर छागर बलि प्रथा पूर्व से चली आ रही है।
आज से बलि देने की गति और तेज हो गई है।
भव्य पंडाल और रोशनी
कलश स्थापना के साथ ही नवरात्र का चहल-पहल प्रारंभ हो जाता है।
क्षेत्र के फरदहा, शिवराम, माधोपुर, जरिसो, बगराम, बहेड़ा, बिकुपटी, रमौली, बेनीपुर पोहद्दी, महिनाम सहित अन्य गांवों में मंदिरों व कमी स्थानों पर भव्य पंडाल स्थापित किए गए हैं।
शाम ढलते ही पंडाल रंग-बिरंगे बल्बों से जगमगाते हैं और अनुपम छटा बिखेरते हैं।
हर पूजा स्थल पर महिलाओं की भीड़ संध्या दीप जलाने के लिए उमड़ पड़ती है।
हट्ट देवी मंदिर में अपार भीड़
मिथिलांचल का एकमात्र शक्तिपीठ माने जाने वाला नवादा स्थित हट्ट देवी मंदिर इस नवरात्र आस्था का प्रमुख केंद्र बना हुआ है।
अहले सुबह से लेकर देर रात तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पूजा-अर्चना और दर्शनों के लिए जुट रही है।
यहां ब्राह्मण भोज, कुमारी पूजन और छागर बलि प्रथा भी बड़े स्तर पर हो रही है।
मनोरंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम
कई पूजा स्थलों पर बच्चों के लिए झूला, मीना बाजार और भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।
प्रशासन की चौकसी
भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन पूर्ण सतर्कता बरत रहा है।
सभी प्रमुख स्थानों पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात किया गया है।
अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार झा और अनुमंडल आरक्षी पदाधिकारी आशुतोष कुमार स्वयं सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं।