कुशेश्वरस्थान, देशज टाइम्स। स्थानीय पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। किसी बड़े आपराधिक वारदात को अंजाम देने की तैयारी में जुटे आधा दर्जन अपराधियों को भारी मात्रा में असलह के साथ दबोचा है।
पुलिस की गुप्त सूचना पर यह बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। वहीं, सभी अपराधी लूट की बड़ी वारदात को अंजाम देने एकत्रित हुए थे लेकिन पुलिस ने इनका काम तमाम करते हुए दबाचते हुए पूरे गैंग का पर्दाफाश कर दिया। इस कामयाबी के बाद बिरौल एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी ने पत्रकारों से बात की। पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया कि कैसे पुलिस इन अपराधियों तक पहुंची। पुलिस को क्या-क्या हाथ लगा। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार, पुलिस को इन अपराधियों के पास से एक लोडेड देसी कट्टा, दो गोली, पांच मोबाइल समेत घटना में प्रयुक्त बाइक मिली है। पुलिस दरभंगा के ही कुशेश्वरस्थान के इन पकड़े गए अपराधियों अमरेश कुमार यादव, राजेश कुमार लाल,कैलाश राम, मो. दिलशाद उर्फ छोटे राजा, दिलखुश कुमार उर्फ कारिका, विष्णु कुमार साह,आयुष रंजन उर्फ प्रजा पासवान,आदित्य राज उर्फ गोलू कुमार, विमल कुमार से लंबी पूछताछ की है।
जानकारी देते हुए एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी ने बताया कि कुशेश्वरस्थान पुलिस ने बीती सोमवार की देर रात अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने जुटे आधे दर्जन से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इन अपराधियों ने ही सीएसपी संचालक से लूट समेत कई मामलों में संलिप्तता पाई गई है। इसका उद्भेदन स्थानीय पुलिस ने करते हुए बड़ी कामयाबी हासिल की है।
एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी ने बिरौल थाना पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि तीस अक्टूबर को गुप्त जानकारी मिली जिसके आधार पर यह कार्रवाई हुई। उनहोंने बताया कि आधे दर्जन से अधिक अपराधी बड़े अपराधिक घटना को अंजम देने असमा पुल पर जुटे थे। इसके बाद टीम बनाकर कार्रवाई की गई।
साथ ही तत्काल कुशेश्वरस्थान थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, पुनि मनीष कुमार, सनि अजित टोप्पो, सअनि पवन कुमार पासवान व सशस्त्र बल के साथ बनी टीम ने एक्शन लेते हुए असमा में यह सफलता पाई। हालांकि, पुलिस टीम के पहुंचते ही अपराधी भागने लगे लेकिन सबों को घेरकर खदेड़कर पकड़ा गया। लंबी पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है।
एसडीपीओ श्री चौधरी ने बताया कि मामले में स्थानीय कुशेश्वरस्थान थाना में एक एफआईआर दर्ज की गई है। सभी अपराधियों ने गुनाह कबूल लिया है। कहा है कि सभी लूट की घटना को अंजाम देने जुटे थे। तकनीकी अनुसंधान के क्रम में पकड़े गए अपराधियों ने 20 अक्टूबर को उदा गांव के पास पीएनबी के सीएसपी संचालक से 2 लाख 35 हजार लूट की घटना में संलिप्तता स्वीकर कर ली है।
उन्होंने बताया कि इनकी निशानदेही पर पुलिस ने छापेमारी की। इसमें लूट की एक लाख बीस हजार पांच सौ कैश भी बरामद भी हुए हैं। साथ ही, सीएसपी संचालक से लूट का पर्दाफाश भी हो गया।
पूछताछ के दौरान अपराधियों ने एक अपहरण के घटना को अंजाम देने की पूरी तैयारी करने की बात स्वीकारी। वहीं 10 अक्टूबर को बिरौल थाना क्षेत्र के सिसौनी मोड़ के पास किराना व्यवसायी के साथ लूट की घटना का भी पर्दाफाश करते हुए संलिप्ता की बात सामने आई।सभी गिरफ्तार अपराधियों को न्यायायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।