Darbhanga News | Benipur News| रामचंद्र के छोटे भाई ललित…सहारा दे तो कौन किसका…बुझी आंखें, पथराईं सांसें
अगलगी में अपना सबकुछ खो जाने के बाद शनिवार को रामचन्द्र पासवान अपने उजड़े आशियाना के बगल में बैठे निहार रहे हैं। और घटना के मंजर को याद कर फफक-फफक कर रोने लगते हैं। साथ में बैठे रामचंद्र पासवान के छोटे भाई ललित पासवान भाई को ढ़ाढस देते हुए खुद भी रोने लगते हैं। अगल बगल के कुछ लोग जाकर उसे समझाते बुझाते हैं, लेकिन वे कहते हैं, अब मेरा हाथ बुढ़ापे में थामेगा कौन? उन दोनों अनाथ बच्चों को देखेगा कौन? मैं तो पूरी तरह उजर गया हूं।
Darbhanga News | Benipur News| लोग आते हैं, चले जाते हैं, स्तब्धता वहीं पड़ी है…निस्तब्ध
शनिवार को भी घटनास्थल पर समाजिक कार्यकर्ता, विभिन्न राजनीतिक दल के लोग और मीडियाकर्मियों का आने का सिलसिला जारी रहा। अलीनगर के अंचलाधिकारी की ओर से पीड़ित परिवार को पाॅलीथीन सीट, वस्त्र, बर्तन खरीदने के लिए 12 हजार रुपए और नजदीक डीलर से 20किलो सूखा राशन उपलब्ध करवाने के साथ साथ मृतक कंचन देवी के पति जो केवटी थाना क्षेत्र के दिघीयार गांव के वासी हैं।
Darbhanga News | Benipur News| थाहने की जद्दोजहद
इनके खाते में एसबीआई अलीनगर शाखा के माध्यम से 16 लाख रुपए नेफ्ट के लिए शाखा प्रबंधक को चेक के साथ पत्र दिया गया है। जबकि मृतक सुनील कुमार पासवान के अनाथ संतान श्वाती कुमारी एवं सुशांत कुमार पासवान को मृतक अनुग्रह अनुदान राशि उपलब्ध करवाने के लिए अंचलाधिकारी के साथ नाबालिग आश्रित का ज्वाईंट बैंक अकाउंट खोलने की आवश्यकता है।
Darbhanga News | Benipur News| बढ़े हैं प्रशासन के हाथ
नाबालिग आश्रितों का जन्म प्रमाण पत्र एवं आधार कार्ड के बाद बैंक खाता खुलवा कर अनुग्रह राशि दी जाएगी। एक साथ माता-पिता का सर से छाया हटने के बाद अनाथ हुए सुशांत कुमार एवं स्वाति कुमारी को समाज कल्याण विभाग द्वारा परवरिश योजना के तहत एक एक हजार रूपए मासिक उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए शनिवार को अनुमंडल पदाधिकारी शंभुनाथ झा ने बाल विकास परियोजना पदाधिकारी अंजू कुमारी को घटनास्थल पर पहुंच कर आवश्यक कागजी प्रक्रिया पुरा करने का निर्देश दिया है।
Darbhanga News | Benipur News| भरोसा ही सहारा
उक्त आलोक में सीडीपीओ ने अंटौर पहुंच कर स्वाती एवं सुशांत का आवश्यक कागजी कार्रवाई पूरा किया।मदद के लिए लोग आगे आने लगे हैं। जीवन हाॅस्पीटल के संचालक डॉ आर के झा ने शनिवार को घटनास्थल पर पहुंच कर पीड़ित रामचन्द्र पासवान से मिले और दोनों अबोध बच्चे को हरसंभव हर समय मदद का भरोसा दिलाया। घटनास्थल पर अभी भी आग का तपीस कायम है। रामचंद्र पासवान ने उक्त घटना के समय से लेकर अभी तक स्थानीय प्रशासन द्वारा किए गए मदद पर संतोष व्यक्त किया।