दरभंगा। पीड़ित परिवार की संतुष्टि के बाद मिथिला स्टूडेंट यूनियन (MSU fighters said) ने रविवार को अनशन समाप्त कर दिया। हालांकि, स्पष्ट तौर पर ऐलान किया संघर्ष जारी रहेगा।
जय बाबा केदार..!
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जीएम रोड में हुई अमानवीय घटना को लेकर मिथिला स्टूडेंट यूनियन की ओर से शुरू किया गया आमरण भूख हड़ताल समाप्त हो गया। कहा, न्याय नहीं मिला तो फिर आंदोलन करेंगे।
दरभंगा शहर के पोस इलाका कहे जाने वाला जीएम रोड आज ट्रिपल मर्डर के लिए विख्यात हो गया है। भू-माफिया की ओर सेएक ही परिवार के 5 लोगों को जिंदा जलाने के बाद गर्व में पल रहे बच्चा के अलावा महिला और उनके भाई का निधन पटना में इलाज के दौरान हो गया।
इससे आम लोगों में काफी आक्रोश दिख रहा हैं और दरभंगा शहर की राजनीति में गहमा गहमी बना हुआ है। लगातार विभिन्न संगठन की ओर से आंदोलन किया जा रहा है। इधर, गुरुवार से मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने भी पीड़ित परिवार के आवास के पास सड़क किनारे बैठ अपना आमरण अनशन शुरू कर दिया था।
संगठन के पूर्व दरभंगा जिलाध्यक्ष अभिषेक कुमार झा, संगठन के उदय नारायण झा और राजद प्रदेश प्रवक्ता सह समाजसेवी ऋतु जायसवाल भूख हड़ताल पर बैठ गयी थी। पीड़ित परिवार के कहने पर इन लोगों ने अपना अनशन समाप्त कर दिया।
पीड़ित परिवार के हाथों जूस पिलाकर भूख हड़ताल की समाप्ति की घोषणा की गई। एमएसयू के छात्रों ने कहा इस तरह का निर्मम हत्या संगठन कदापि बर्दाश्त नहीं करेगा जब भी जुल्म बढे़गा, हम ऐसे प्रतिकार करते रहेंगे। गुरुवार से शुरू आंदोलन में हजारों लोगों ने अपना सहभागिता देकर परिवार के न्याय के लिए लड़ने का काम किया।
इस बीच एमएसयू के सेनानियों ने लोगों को माइक पर जागरूक करने के साथ-साथ लोगों को अधिकार के लिए लड़ने के लिए भी आगे करने का काम किया। तमाम राजनीतिक दलों के नेता ने भी इस आंदोलन का समर्थन किया। इसमें बिहार कांग्रेस के मदन मोहन झा, दरभंगा के पूर्व मेयर मिट्ठू खेड़िया, शरत झा लगातार अनशनकारियों के समर्थन में आंदोलन में बैठे रहे।
शनिवार की रात दरभंगा डीएम राजीव रौशन पीड़ित परिवार से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचे। जहां, पर उन्होंने परिवार के सदस्य को भरोसा दिलाया और कहा न्याय मिलेगा। इसके लिए पुलिस प्रशासन काम कर रहा है।
मिथिला की धरती पर इस तरह की घटना कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। परिवार के न्याय के लिए लिखित आवेदन डीएम को सौंपने के लिए कहा गया हैं, जिसपर परिवार के सदस्य संतुष्ट दिखे। इसके बाद अनसनकारियो से मिलने
परिवार के सदस्य पहुंचे और एमएसयू और आंदोलनकारियो का आभार प्रकट करते हुए कहा, अगर आज आप लोग नहीं होते तो शायद डीएम साहब यहां पर आते भी नहीं और हमारी सुनते भी नहीं, लेकिन अब हमलोगों को एक उम्मीद जगी है कि हमलोगो को न्याय मिलेगा।
हमारी मांग थी कि सभी दोषियों को फांसी की सजा मिले। फर्स्ट ट्रैक कर मामले का संज्ञान जल्द से जल्द किया जाए। परिवार को आर्थिक मदद किया जाए और परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी मिले। इसके लिए यह आंदोलन शुरू किया गया था। पीड़ित परिवार के सदस्यो को एमएसयू के सेनानियों ने आश्वासन दिया हैं कि हमलोग आपलोग के साथ खडे कभी कोई भी समस्या होगा आपलोग हमलोग से बात कर सकते हैं।
परिवार को न्याय के लिए एमएसयू आंदोलन में शामिल लोगों में से कमेटी का गठन करने की बात कही। कहा, अगर परिवार को न्याय नहीं मिलेगा तो मिथिला स्टूडेंट यूनियन फिर से जोरदार आंदोलन शुरू करेगा।
पुलिस प्रशासन के कारण हुई 3 लोगों की मौत ने दरभंगा शहर में माफिया का राज बनाने का काम किया है। दरभंगा के प्रत्येक वार्ड मोहल्ला में राजनीतिक लोगों के श्रेय पर भूमाफिया सरकारी जमीन के साथ साथ आम लोगों के जमीन को भी कब्ज़ा करने का काम कर रहे हैं।
इसमें बड़े बड़े लोग शामिल हैं। घटना की जांच उच्चस्तरीय होना चाहिए। असली गुनहगार को पकड़ना चाहिए। माफियाओं को दरभंगा से ख़त्म करना चाहिए। इसी के लिए यह आंदोलन शुरू किया था। न्याय नहीं मिलने पर फिर से शुरू होगा आंदोलन।