

आरती शंकर, बिरौल | लोक आस्था का महान पर्व छठ पूजा की तैयारियाँ बिरौल प्रखंड क्षेत्र में पूरे उत्साह के साथ जोरों पर हैं। छठव्रती और स्थानीय लोग छठ घाटों की साफ-सफाई और सजावट में जुटे हैं, ताकि श्रद्धालु शांतिपूर्वक पूजा-अर्चना कर सकें।
प्रमुख घाट और सुरक्षा व्यवस्था
बिरौल प्रखंड क्षेत्र में छठ पूजा सुपौल मन्दिर घाट, जिरात सलहेस स्थान, हाट गाछी, बनदेवी नगर, खोरा गाछी, खेबा टोल सहित दर्जनों अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित की जाएगी। स्थानीय पूजा समितियों द्वारा घाटों पर प्रकाश, सजावट और अन्य व्यवस्थाएं अंतिम चरण में की जा रही हैं।
छठ पूजा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए जा रहे हैं, ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के पूजा कर सकें।
चार दिवसीय पूजा का क्रम
इस वर्ष छठ पूजा 25 अक्टूबर से 28 अक्टूबर 2025 तक मनाई जाएगी। पूजा का कार्यक्रम इस प्रकार है:
25 अक्टूबर: नहाय-खाय
26 अक्टूबर: खरना
27 अक्टूबर: संध्या अर्घ्य
28 अक्टूबर: सुबह अर्घ्य
श्रद्धालु इस दौरान सूर्य देव और छठी मैया की पूजा-अर्चना करेंगे और परिवार एवं समाज की खुशहाली की कामना करेंगे।
स्थानीय सहयोग और समर्पण
पार्षद और पूजा समिति के सदस्य घाटों की व्यवस्था और सजावट में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन भी सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष निगरानी रख रहा है।
बिरौल में छठ पूजा की ये तैयारियाँ श्रद्धा और आस्था का प्रतीक बन रही हैं, जो ग्रामीण जीवन और लोक संस्कृति को जीवंत बनाए रखती हैं।








