सतीश झा, बेनीपुर, दरभंगा, देशज टाइम्स — राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर बैंकों के साथ हुई बैठक में ऋण मामलों के निपटारे पर जोर दिया गया है। बेनीपुर न्यायालय परिसर में 10 मई को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत में ऋणधारकों को त्वरित समाधान का अवसर मिलेगा।
10 मई को बेनीपुर न्यायालय परिसर में
अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम संगीता रानी ने आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत (National Lok Adalat) को लेकर स्थानीय बैंकों के प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। यह लोक अदालत 10 मई 2025 को बेनीपुर न्यायालय परिसर में आयोजित की जाएगी।
बैंक-ऋणधारक समझौते का बेहतरीन मंच – ACJM संगीता रानी
बैंक लोन विवादों को तेजी से सुलझाने का अवसर
न्यायिक प्रक्रिया से बचाकर सीधे समझौते के ज़रिए समाधान
दोनों पक्षों के लिए समय, पैसा और श्रम की बचत
सुलह से आसान न्याय, न्यायालय की जटिलता से राहत
ACJM संगीता रानी ने कहा:
“राष्ट्रीय लोक अदालत बैंकों और ऋणधारकों दोनों के लिए समझौते का एक सुनहरा अवसर है। इससे ना केवल मुकदमे समाप्त होते हैं बल्कि समय, खर्च और तनाव से भी राहत मिलती है।”
बैंक ऋण मामलों को सुलह से निपटाने का सुनहरा अवसर
ऋण से संबंधित मुकदमों के शीघ्र निपटारे हेतु अदालत द्वारा पहल की जा रही है।
एसीजेएम संगीता रानी ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत न्यायिक प्रक्रिया को सरल और त्वरित बनाती है, जिससे दोनों पक्षों को राहत मिलती है।
उन्होंने बैंकों से ऋणधारकों को नोटिस भेजने, छूट योजनाओं के प्रचार-प्रसार और लुभावने ऑफर देने की बात कही।
पक्षकारों को मिल रहा न्यायिक समाधान का अवसर
एसडीजेएम अनुराग तिवारी ने बताया कि अदालतों द्वारा सुलह योग्य मामलों में पक्षकारों को नोटिस भेजे जा रहे हैं।
कई पक्षकार खुशी-खुशी अपने मुकदमों को समाप्त करने में रुचि दिखा रहे हैं।
यह पहल न्यायपालिका और आम जनता के बीच विश्वास को मजबूत करती है।
न्यायालय की ओर से भी सुलह योग्य मामलों में पहल
अदालत भी भेज रही है नोटिस
एसडीजेएम अनुराग तिवारी ने बताया कि:
“सुलहयोग्य मुकदमों के पक्षकारों को कोर्ट की ओर से भी नोटिस जारी किया जा रहा है और कई लोग स्वेच्छा से समझौते के लिए आगे आ रहे हैं।”
एसडीजेएम अनुराग तिवारी ने बताया:
सुलह योग्य केसों के पक्षकारों को भेजे जा रहे नोटिस
पक्षकार खुद मुकदमे समाप्त कराने में रुचि दिखा रहे हैं
बैठक में उपस्थित रहे बैंक प्रतिनिधि
मुनीन्द्र कुमार – कृषि विकास शाखा, एसबीआई
रौशन कुमार – पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
मनीष कुमार – बैंक ऑफ इंडिया
फहीमुल कादरी – सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया