
जाले, दरभंगा। नगर परिषद क्षेत्र के खेसर निवासी स्व. विकाऊ साह की 65 वर्षीय पत्नी कुसुमी देवी का बुधवार को सीएचसी में इलाज के दौरान निधन हो गया।
मृतिका के परिजनों ने चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर अस्पताल का कार्य बाधित कर दिया। सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस बल पहुंचा और हंगामा शांत कराया।
क्या है पूरा मामला?
मृतिका कुसुमी देवी को 9 सितंबर को ओपीडी के दौरान छाती में दर्द की शिकायत पर इलाज के लिए लाया गया था।
ओपीडी में तैनात महिला चिकित्सक डॉ. कुमारी अनुराधा ने बिना किसी जांच-पड़ताल के केवल गैस और विटामिन की गोली पर्ची पर लिखकर दवा खाने के लिए दी।
इसके बाद भी स्थिति में सुधार न होने पर बुधवार को पुनः इलाज के लिए सीएचसी लाया गया।
अस्पताल प्रभारी डॉ. विवेकानंद झा ने इलाज के दौरान स्थिति बिगड़ते देख डीएमसीएच रेफर करने का निर्णय लिया।
CHC में न तो एंबुलेंस और न ही Darbhanga ले जाने की कोई व्यवस्था
मृतिका के पुत्र सुमन नरेश कुमार ने थाना में आवेदन दिया।
आवेदन में बताया कि इलाज के दौरान सीएचसी में न तो एंबुलेंस उपलब्ध थी और न ही दरभंगा ले जाने की कोई व्यवस्था थी।
परिजन ने यह आवेदन सीएस, डीएम, एसएसपी और स्थानीय विधायक सह मंत्री जीवेश कुमार को भी सौंपा।
अस्पताल प्रभारी ने मांगा — ‘ स्पष्टीकरण ‘
अस्पताल प्रभारी ने कहा कि डॉ. कुमारी अनुराधा से इलाज में लापरवाही का स्पष्टीकरण मांगा गया है।
इसके बाद मृतिका का शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।