दरभंगा, देशज टाइम्स अपराध ब्यूरो। दरभंगा के दो ठिकानों पर एनआईए (NIA) की टीम ने आज तड़के सुबह छापेमारी किये जाने की सूचना मिल रही है।
जानकारी के अनुसार, इस समय उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत बिहार के कई ठिकानों पर एनआईए (NIA) की छापेमारी जारी है। बिहार के फुलवारी शरीफ और दरभंगा समेत 17 जगहों पर कार्रवाई जारी है।
केंद्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आज सुबह प्रतिबंधित संगठन पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों के 17 ठिकानों पर छापा मारा है। मध्य प्रदेश में यह कार्रवाई खंडवा और उज्जैन में की गई है।
एनआईए ने सुबह करीब 6 बजे से देश के अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की कार्रवाई शुरू की थी। हालांकि छापेमारी के दौरान क्या कुछ हाथ लगा है, इसकी जानकारी एनआईए की तरफ से अभी तक नहीं दी गई है। सबसे पहले पढ़िए दरभंगा के उर्दू मोहल्ले और सिंहवाड़ा में क्या हुआ…
एनआईए देशभर में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े मामले में छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। प्रतिबंधित संगठन पीएफआई से जुड़े मामले में बिहार के उर्दू बाजार और सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव में एनआईए ने छापेमारी की है।
बताया जा रहा है कि सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव में मो. मंजूर आलम के पुत्र मो. महबूब आलम के घर सुबह एनआईए की टीम सर्च अभियान के तहत पहुंची थी।
वहां, सर्च करने के बाद टीम दरभंगा पहुंची। जहां, एक और घर की तालाशी ली है।
बताया जा रहा है कि दरभंगा के उर्दू मुहल्ले में डॉ. साजिद रजा के घर छापेमारी हुई है।
हालांकि, दोनों घरों में हुई छापेमारी को लेकर एनआईए की टीम कुछ भी बताने से इंकार कर रही है। सूत्रों का कहना है कि यह कार्रवाई पीएफआई कनेक्शन को लेकर हुई है।
जानकारी के अनुसार, पीएफआई से जुड़े कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें एनआईए की टीम अपने रडार पर रखी हुई है। और, समय-समय पर कार्रवाई कर रही है।
यहां बता दें कि, दरभंगा के उर्दू बाजार स्थित राज टोली मुहल्ले के दानिश लॉज में एनआईए की छापेमारी हो चुकी है। इस कार्रवाई से पूरा इलाका सन्न था।
इसके अलावे सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव में मो. मुस्तकीम के घर छापेमारी पूर्व में हो चुकी है। पूरे प्रदेश की बात करें तो संदिग्धों की तालाश एवं उससे जुड़े तार को लेकर करीब दर्जनों जगहों पर एनआईए की छापेमारी हो चुकी हैं। बताया जा रहा हैं कि टीम को कोई भी पुख्ता सबूत या जानकारी नहीं मिल पाई हैं।
सूत्रों की बात करें तो पटना के फुलवारी शरीफ टेरर प्लान के उजागर होने के बाद से ही एएनआई की रडार पर प्रदेश के कई जिले हैं। इस कांड के खुलासे के बाद उर्दू बाजार के नूरुद्दीन जंगी की गिरफ्तारी लखनऊ से हुई थी। उसी दिन नूरुद्दीन जंगी के घर एनआईए की टीम तालाशी भी की थी इस दौरान एटीएस की टीम भी साथ में थी।
बताया जा रहा हैं कि नूरुद्दीन जंगी के गिरफ्तारी के बाद एनआईए के हाथ एक रजिस्टर हाथ लगी थी इसमें दानिश लॉज का चर्चा था। सूत्रों का कहना कि उक्त रजिस्टर में इस लॉज के कई छात्रों के नाम के अलावे भी अन्य नाम थे जिसका सत्यापन एनआईए की टीम कर रही है।
फुलवारीशरीफ टेरर प्लान में तीन लोंगों का नाम सामने आया था जिसमें नरुद्दिन जंगी की गिरफ्तारी लखनऊ से हो गई हैं लेकिन मुस्तकीम और सनाहउल्लाह की गिरफ्तारी शायद अब तक नहीं हुई हैं ये दोनों सिंहवाड़ा क्षेत्र का ही रहने वाला है।
पटना के फुलवारी शरीफ से पकड़े गये मरगुव अहमद दानिश के मोबाईल चेट से बड़े खुलासे हुये थे इसके बाद एनआईए की टीम सक्रिय हुई और लगातार कई जगहों पर उसके बाद छापेमारी की है।
दानिश के मोबाइल चैट से खुलासा हुआ था कि पाकिस्तान की टेरर एजेंसी गजवा ए हिंद से उसका कनेक्शन हैं और भारत को वर्ष 2023तक दहलाने की कोशिश कर रहा हैं।
ऐसे गंभीर बातों को लेकर एनआईए की टीम लगातार कोशिश में हैं कि इसके और भी कहां कहां कनेक्शन हैं? एन आई की टीम के सदस्यों ने कुछ भी बताने से परहेज किया। लेकिन, दबे जुबान यह जरूर कहा कि छापेमारी हो रही हैं, संदिग्धों की तालाश जारी हैं।
वहीं, मध्यप्रदेश के खंडवा और उज्जैन में पीएफआई कार्यकर्ताओं की तलाश की जा रही है। इसके अलावा बिहार में 12, उत्तर प्रदेश में दो, पंजाब के लुधियाना में एक और गोवा में एक स्थान पर दबिश दी गई है।
केंद्र सरकार ने पिछले साल सितंबर में पीएफआई पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। पीएफआई पर आईएसआईएस जैसे वैश्विक आतंकवादी संगठन से संबंध रखने, आतंकी फंडिंग व हिंसक गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप हैं।
इससे पूर्व 2022 में 22 सितंबर और 27 सितंबर को एनआईए, ईडी और राज्यों की पुलिस ने पीएफआई के खिलाफ ताबड़तोड़ छापे मारकर 106 लोगों को गिरफ्तार किया था। दूसरे चरण में भी पीएफआई के 247 लोग हिरासत में लिए गए थे।
पीएफआई 15 राज्यों दिल्ली, आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, केरल, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, हरियाणा, तमिलनाडु, तेलंगाना और मध्य प्रदेश में सक्रिय है।