कुख्यात मुकेश पाठक गिरफ्तार! दरभंगा डबल मर्डर केस का मास्टरमाइंड दबोचा गया। जेल से निकला, फिर करने लगा अपराध –22 संगीन केस, 2 दर्जन इलाकों में दहशत – मुकेश पाठक की ‘क्राइम स्टोरी’ फिर से उजागर। मेहसी थाने में 5, शिवहर में 3, दरभंगा में 2, गोपालगंज में 2, सीतामढ़ी में 4, मुफसिल थाना में 2 सहित कुल 21 मामले पहले से रंगदारी, आर्म्स एक्ट, धोखाधड़ी, जमीन कब्जा, हत्याकांड जैसे गम्भीर मामले दर्ज।@मोतिहारी,देशज टाइम्स।
फिर गिरफ्तार हुआ कुख्यात मुकेश पाठक: दरभंगा डबल मर्डर केस समेत दो दर्जन से ज्यादा मामलों का आरोपी
बोलेरो से करता था अपराध पर राज।मुजफ्फरपुर में उसकी करोड़ों की संपत्ति जब्त करने को लेकर पुलिस ने न्यायालय में अर्जी के बीच मोतिहारी पुलिस को फिर मिली कामयाबी।@मोतिहारी,देशज टाइम्स।
मोतिहारी पुलिस की बड़ी कार्रवाई
बिहार के टॉप अपराधियों में शुमार कुख्यात मुकेश पाठक एक बार फिर पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। दरभंगा के चर्चित डबल इंजीनियर मर्डर केस (2015) समेत 22 से अधिक संगीन आपराधिक मामलों में वांछित मुकेश पाठक को मोतिहारी पुलिस ने उसके दो सहयोगियों सहित मेहसी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी अपहरण, मारपीट और रंगदारी के एक नए मामले में हुई है।
जेल से बाहर आकर फिर शुरू किया आतंक
मुकेश पाठक, जो कुछ महीने पहले ही जमानत पर जेल से रिहा हुआ था, फिर से अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया था। उसके खिलाफ हाल में मोतिहारी के नेयामतगंज निवासी रंजीत कुमार ने मेहसी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया कि मुकेश ने रंजीत की जमीन पर जबरन कब्जा करने की कोशिश की और विरोध करने पर उनके भाई अर्जुन प्रसाद और भतीजे अभिषेक कुमार का अपहरण कर लिया।
अपराधियों ने बोलेरो और बाइक से की थी वारदात
रंजीत कुमार के अनुसार, मुकेश पाठक और उसके गुर्गे बोलेरो और मोटरसाइकिल पर सवार होकर खेसारी चौक स्थित सेंट्रल बैंक के पास पहुंचे। वहां से उन्होंने दोनों लोगों को जबरन अगवा कर लिया और उन्हें मरूआबाद गांव स्थित मुकेश के घर ले जाकर बुरी तरह पीटा और जान से मारने की धमकी दी।
SIT गठित कर देर रात छापेमारी
शिकायत के बाद चकिया डीएसपी संतोष कुमार के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया। इस टीम ने गुरुवार देर रात छापेमारी कर मुकेश पाठक, अविनाश गिरि (रजुआ बखरी) और धीरज कुमार यादव (मंझन छपरा) को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने अपहरण में प्रयुक्त बोलेरो वाहन भी जब्त किया है। पूछताछ के बाद तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
मुकेश पाठक का आपराधिक इतिहास
मुकेश पाठक पर हत्या, लूट, अपहरण, रंगदारी वसूलने जैसे 22 संगीन अपराधों में मामला दर्ज है। उसके खिलाफ पूर्वी चंपारण के मेहसी, कल्याणपुर, मुफस्सिल, दरभंगा के बहेड़ी, सीतामढ़ी के रून्नीसैदपुर, बेलसंड, बैरगनिया, शिवहर और गोपालगंज के कई थानों में केस दर्ज हैं।
दरभंगा डबल मर्डर से बना था ‘Most Wanted’
2015 में दरभंगा में इंजीनियरों के दोहरे हत्याकांड में मुकेश पाठक का नाम सबसे पहले राज्य भर में सुर्खियों में आया था। रंगदारी नहीं देने पर उसने दिनदहाड़े दो इंजीनियरों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना ने बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे।
संतोष झा गैंग से जुड़ाव और उसकी हत्या
मुकेश पाठक ने कभी शातिर अपराधी संतोष झा के साथ मिलकर अपराध की दुनिया में अपना दबदबा बनाया था। बाद में आपसी मतभेद के चलते संतोष झा की हत्या कोर्ट परिसर में कर दी गई थी, जिसमें मुख्य भूमिका मुकेश पाठक की मानी जाती है।
पुलिस ने बताया बड़ी कामयाबी
मोतिहारी पुलिस ने इस गिरफ्तारी को एक बड़ी उपलब्धि बताया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मुकेश पाठक गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में लगातार छापेमारी जारी है। साथ ही मामले की फॉरेंसिक जांच, गवाहों की सुरक्षा, और नेटवर्क की मॉनिटरिंग भी की जा रही है।







