Darbhanga Positive | सकारात्मक और प्रेरणादायक पहल। गांव और छोटे शहरों के खेल विकास की बड़ी उम्मीद के साथ। सरकारी योजनाओं और स्थानीय युवाओं के भविष्य निर्माण से जुड़ी उम्मीद, अवसर और बदलाव के ट्रिगर्स पर उतरती यह खबर, उल्लासित करती हैं कि दरभंगा के युवाओं को सुनहरा मौका मिलने जा रहा है। अब गांव में बास्केटबॉल, बैडमिंटन और रेसिंग ट्रैक की सुविधा मिलने जा रही हैं।@देशज टाइम्स रिपोर्ट।
दरभंगा में खेल को नया आयाम, अब गांव से निकलेंगे राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी
अब गांव से निकलेंगे राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी। दरभंगा में ग्रामीण बच्चों के लिए बास्केटबॉल और बैडमिंटन कोर्ट बनकर तैयार हो रहा है। दरभंगा के ग्रामीण इलाकों में अब स्पोर्ट्स की क्रांति आएंगी। जहां, गांवों में अब बास्केटबॉल-रेसिंग ट्रैक बनकर तैयार हो रहा है। कुसोठार इसका गवाह है। यहां खेल हब बनाने की तैयारी चल रही है। 10 लाख की लागत से यहां बास्केटबॉल कोर्ट निर्माण से युवा वर्ग खासा उत्साहित है।@देशज टाइम्स रिपोर्ट।
दरभंगा में बास्केटबॉल, बैडमिंटन कोर्ट और रेसिंग ट्रैक से चमकेंगीं युवाओं की किस्मत
दरभंगा, देशज टाइम्स| मिथिलांचल के युवाओं के लिए एक बड़ी सौगात सामने आई है। दरभंगा जिले के कुशौथर पंचायत में पहली बार बास्केटबॉल कोर्ट, बैडमिंटन कोर्ट और रेसिंग ट्रैक का निर्माण हो रहा है, जिससे स्थानीय युवाओं को खेल के क्षेत्र में करियर बनाने का मौका मिलेगा।
10 लाख की लागत से तैयार हो रहे खेल परिसर
महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना (MNREGA) के तहत करीब ₹10 लाख की लागत से चार बहुउद्देश्यीय खेल मैदान विकसित किए जा रहे हैं। इन मैदानों में बास्केटबॉल, बैडमिंटन, वॉलीबॉल और रेसिंग ट्रैक जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
बच्चों और शिक्षकों में उत्साह
इस पंचायत में चार विद्यालय हैं, जहां के शिक्षक अब खेलों को लेकर बच्चों को प्रेरित और प्रशिक्षित कर रहे हैं। स्थानीय बच्चों में बास्केटबॉल को लेकर नयी रुचि और जिज्ञासा देखी जा रही है। विद्यालय के शारीरिक शिक्षा शिक्षक (PT Teacher) बच्चों को नियम और तकनीक सिखाने की तैयारी में जुटे हैं।
अब बास्केटबॉल से जुड़ेगा मिथिला का भविष्य
अब तक बास्केटबॉल जैसे खेल दरभंगा और आसपास के क्षेत्रों के लिए अनजाना था, लेकिन इस पहल के जरिए यहां के बच्चों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल का मंच मिल सकता है। स्थानीय युवाओं और अभिभावकों में खुशी की लहर है, क्योंकि सरकार के सहयोग से अब बच्चों को खेल के क्षेत्र में भी करियर बनाने का अवसर मिल रहा है।
भविष्य की योजना : नियमित अभ्यास सत्र और ट्रेनिंग कैंप
सभी चार विद्यालयों में खेल संवाद कार्यक्रम कर बच्चों को बास्केटबॉल की जानकारी दी जा रही है। स्थानीय पंचायत और शिक्षक मिलकर नियमित अभ्यास सत्र और ट्रेनिंग कैंप की योजना बना रहे हैं।