मैथिली में अब मिलेगी मोबाइल कंपनियों की ग्राहक सेवा! मैथिलीभाषियों को बड़ी सौगात! मोबाइल कंपनियों में अब मैथिली में होगी बात। संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का ऐतिहासिक फैसला – अब मोबाइल कंपनियां देंगी सेवा मैथिली में!@दरभंगा,देशज टाइम्स।
अब मैथिली में मिलेगी मोबाइल कंपनियों की कस्टमर सर्विस! केंद्र सरकार का बड़ा फैसला
मैथिली को मिली राष्ट्रीय पहचान! एयरटेल, बीएसएनएल सहित सभी कंपनियों को निर्देश। अब ग्राहक सेवा में बोलेगी मैथिली! दरभंगा सांसद गोपाल जी ठाकुर की पहल रंग लाई।मैथिली में IVR सिस्टम शुरू करने के आदेश – साढ़े 8 करोड़ मिथिलावासियों को राहत@दरभंगा,देशज टाइम्स।
दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिए निर्देश
दरभंगा, देशज टाइम्स – केंद्र सरकार ने मैथिली भाषा को लेकर एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। अब देश की मोबाइल और टेलीफोन कंपनियों की ग्राहक सेवा (Customer Service) भी मैथिली भाषा में उपलब्ध कराई जाएगी। इस फैसले से मिथिलांचल के करोड़ों लोगों को बड़ी सहूलियत मिलने वाली है।
सांसद गोपाल जी ठाकुर की पहल लाई रंग
दरभंगा से भाजपा सांसद डा. गोपाल जी ठाकुर की पहल पर दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दूरसंचार कंपनियों को आईवीआर (IVR) और कस्टमर केयर को मैथिली में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
सांसद ठाकुर ने बताया कि उन्होंने लोकसभा के 02 अगस्त 2023 के प्रश्नकाल में प्रश्न संख्या 198 के तहत यह मुद्दा उठाया था।
इसके बाद उन्होंने 13 जनवरी 2025 को केंद्रीय मंत्री को पत्र भी लिखा, जिसके जवाब में 3 जून 2025 को आदेश जारी कर दिए गए।
किन कंपनियों को दिए गए निर्देश
कंपनी का नाम | निर्देश का उद्देश्य |
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एयरटेल | मैथिली में IVR और ग्राहक सेवा शुरू करना |
बीएसएनएल | क्षेत्रीय भाषा को लेकर सुविधा बढ़ाना |
IJIL (जिओ) | ग्राहकों से जुड़ाव और सुविधा में सुधार |
BIL (VI) | मैथिलीभाषी उपभोक्ताओं को प्राथमिकता देना |
मैथिली अब बन चुकी है संसदीय और न्यायिक प्रक्रिया का हिस्सा
केंद्र सरकार ने पहले ही मैथिली भाषा को न्यायिक और संसदीय कार्य प्रणाली में स्थान दे दिया है। अब ग्राहक सेवा में इसकी शुरुआत से सरकारी भाषा नीति को और मजबूती मिलेगी।
क्षेत्रीय भाषा को नया स्थान ?
डा. ठाकुर ने कहा:
“मैं मिथिलांचल में बेहतर संचार सेवा के लिए संकल्पित हूं। यह निर्णय साढ़े आठ करोड़ मैथिलीभाषियों के लिए सम्मानजनक और प्रभावशाली है।
संचार मंत्री सिंधिया ने जो निर्देश दिए हैं, उससे क्षेत्रीय भाषा को नया स्थान मिलेगा।”
क्या होंगे इसके लाभ?
ग्रामीण और बुजुर्ग उपभोक्ताओं को सहायता लेना आसान होगा। मैथिली भाषा को तकनीकी और कॉर्पोरेट स्तर पर नई पहचान मिलेंगी। कस्टमर एक्सपीरियंस में सुधार और संतोष का स्तर बढ़ेगा। मिथिलांचल की सांस्कृतिक अस्मिता को सम्मान मिलेगा।
मैथिली भाषा में मोबाइल सेवा कंपनियों की ग्राहक सुविधा शुरू होना ऐतिहासिक पहल
मैथिली भाषा में मोबाइल सेवा कंपनियों की ग्राहक सुविधा शुरू होना मिथिला क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह सिर्फ एक तकनीकी निर्णय नहीं, बल्कि सांस्कृतिक सम्मान और क्षेत्रीय पहचान को नई ऊंचाई देने वाला कदम है।