पटना: मौसम ने अचानक ऐसी करवट ली है कि पटना जिला प्रशासन को आपातकालीन एडवाइजरी जारी करनी पड़ गई है. अगले दो से तीन दिन हर किसी के लिए भारी पड़ सकते हैं, खासकर अगर आप घर से बाहर निकल रहे हैं. प्रशासन ने एक ऐसी चेतावनी जारी की है, जिसे नज़रअंदाज़ करना बड़ी मुसीबत को दावत दे सकता है.
क्यों जारी हुई एडवाइजरी?
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, पटना और इसके आसपास के इलाकों में अगले 48 से 72 घंटों के भीतर तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा सकती है. शीतलहर और घने कोहरे की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने पहले से ही मोर्चा संभाल लिया है. अधिकारियों का कहना है कि ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यह कदम उठाना अनिवार्य था ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके और लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
प्रशासन का मुख्य उद्देश्य लोगों को ठंड के कहर से बचाना है. इसके लिए सभी संबंधित विभागों को भी अलर्ट पर रखा गया है, ताकि ज़रूरत पड़ने पर तत्काल राहत कार्य शुरू किए जा सकें. यह एडवाइजरी एक निवारक उपाय है, जो मौसम विभाग के पूर्वानुमान के आधार पर जारी की गई है.
प्रशासन ने क्या दिए निर्देश?
जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा जारी की गई इस एडवाइजरी में आम लोगों, विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए खास दिशा-निर्देश दिए गए हैं. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे ठंड से बचने के लिए हर संभव उपाय करें. मुख्य निर्देशों में शामिल हैं:
- जब तक बहुत ज़रूरी न हो, घर से बाहर निकलने से बचें.
- घर से बाहर निकलते समय गर्म कपड़े, टोपी, मोजे और दस्ताने ज़रूर पहनें.
- अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखें और गर्म तासीर वाली चीज़ों का सेवन करें.
- बुजुर्ग और बच्चे ठंड के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं, इसलिए उनका खास ख्याल रखें.
- यदि किसी को ठंड लगने या स्वास्थ्य बिगड़ने के लक्षण दिखें, तो तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें.
अगले 2-3 दिन रहेंगे भारी
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, आने वाले दो से तीन दिन पटना के लिए काफी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं. न्यूनतम तापमान में तेज़ी से गिरावट की संभावना है, जिससे गलन और ठिठुरन बढ़ेगी. दिन के समय भी सर्द हवाएं चल सकती हैं, जो स्थिति को और गंभीर बना सकती हैं. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम से जुड़ी जानकारियों पर नज़र बनाए रखें और किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें. स्थिति को देखते हुए आगे भी ज़रूरी कदम उठाए जा सकते हैं.



