पटना, देशज टाइम्स बिहार — महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए बिहार सरकार ने ‘पिंक बस सेवा’ (Pink Bus Service) की शुरुआत की है। इस सेवा का उद्देश्य है कि महिलाएं और छात्राएं अब सार्वजनिक परिवहन में अधिक सुरक्षित और आत्मनिर्भर तरीके से यात्रा कर सकें।
मुख्यमंत्री ने किया योजना का शुभारंभ
शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना स्थित एक अणे मार्ग में अपने सरकारी आवास परिसर से इस योजना की औपचारिक शुरुआत की और पिंक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
बिहार में सुरक्षित, सुगम और आधुनिक सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने हेतु 166 डीलक्स बसों और महिलाओं के लिए 20 पिंक बसों को माननीय मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी ने 1, अणे मार्ग, पटना से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यह कदम सुशासन, समावेशी विकास और महिला सशक्तीकरण के प्रति… pic.twitter.com/EiTOPy8s3p
— Janata Dal (United) (@Jduonline) May 16, 2025
यह सेवा केवल महिलाओं और छात्राओं के लिए आरक्षित होगी, जिससे वे निर्भीक और सुविधाजनक यात्रा का लाभ उठा सकेंगी।
पहले चरण में 6 शहरों को मिला लाभ
पहले चरण में 20 मिनी पिंक बसें शुरू की गई हैं, जिनमें शामिल हैं: पटना: 8 बसें, मुजफ्फरपुर: 4 बसें, गया, भागलपुर, दरभंगा, पूर्णिया: 2-2 बसें, दूसरे चरण में 80 और पिंक बसें शामिल की जाएंगी, जिनका संचालन राज्य के अन्य शहरों में किया जाएगा।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं
इन पिंक बसों को महिलाओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है। इनमें निम्नलिखित सुरक्षा और सुविधा विशेषताएं हैं: CCTV कैमरे, पैनिक बटन, प्रत्येक सीट पर मोबाइल चार्जिंग की सुविधा, GPS ट्रैकिंग सिस्टम, कम किराया (₹6 से ₹25 तक)। यह सभी सुविधाएं महिलाओं को न सिर्फ सुरक्षा प्रदान करती हैं, बल्कि उन्हें सशक्त और आत्मनिर्भर बनने की ओर प्रेरित करती हैं।
महिला-ड्राइवर और कंडक्टर की योजना
राज्य की परिवहन मंत्री शीला कुमारी ने जानकारी दी कि सरकार का उद्देश्य है कि इन बसों का संचालन पूरी तरह महिलाओं द्वारा किया जाए। हालांकि पहले चरण में महिला ड्राइवरों की संख्या कम होने के कारण कुछ बसें पुरुष चालकों द्वारा संचालित होंगी।भविष्य में जब पर्याप्त संख्या में महिला चालकों और कंडक्टरों की भर्ती हो जाएगी, तब यह सेवा पूर्ण रूप से महिला-संचालित होगी।
सुबह 8 से रात 8 तक चलेगी सेवा
इन बसों का संचालन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक किया जाएगा। यह बसें शहरों के मुख्य मार्गों पर सिटी बस सेवा के रूप में चलेंगी और इनमें केवल महिलाएं और छात्राएं ही यात्रा कर सकेंगी। इसका उद्देश्य है कि महिलाओं को कॉलेज, दफ्तर, अस्पताल आदि स्थानों तक सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित हो।
बजट घोषणा से धरातल तक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2025 के बजट भाषण में पिंक बस सेवा की घोषणा की थी। कुछ ही महीनों में इस योजना को वास्तविक रूप दिया गया, जो सरकार की सक्रियता और महिला हितों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
राज्य में महिला सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक पहल
‘पिंक बस सेवा’ को महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक मील का पत्थर माना जा रहा है। इससे न केवल महिलाएं सुरक्षित यात्रा कर सकेंगी, बल्कि स्वावलंबी, आत्मविश्वासी और निर्भीक जीवन जीने के लिए प्रेरित भी होंगी। यह योजना विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली छात्राओं के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी, जिन्हें अब सुलभ और संरक्षित यातायात विकल्प उपलब्ध होगा।
आत्मनिर्भर महिला, आत्मनिर्भर बिहार
बिहार सरकार की यह पहल दर्शाती है कि सुरक्षित सार्वजनिक परिवहन सिर्फ एक सुविधा नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव का माध्यम है। ‘पिंक बस सेवा’ के माध्यम से बिहार एक नई सामाजिक संरचना की ओर अग्रसर हो रहा है, जहां महिलाओं को प्राथमिकता, सम्मान, और सशक्तिकरण की भावना के साथ आगे बढ़ने का अवसर मिल रहा है।