रेल यात्रियों को बेहतर सुविधा दिलाने के लिए स्टेशन पुनर्विकास परियोजना के तहत विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इसके तहत पूर्व मध्य रेल के दरभंगा स्टेशन के पुनर्विकास की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
यह मिलेगा लाभ
स्टेशन पर एक्सेस कंट्रोल गेट एवं प्रत्येक प्लेटफार्म पर एस्केलेटर एवं लिफ्ट लगाए जाएंगे, ताकि एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर आने-जाने में यात्रियों को सुविधा हो। यात्रियों को प्रदान की जाने वाली आवश्यक सुविधाओं में खान-पान, वॉशरूम, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट आदि शामिल है।
इससे आम यात्रियों के साथ वरिष्ठ नागरिक विशेष रूप से लाभान्वित होंगे। प्रतीक्षालय के लिए अतिरिक्त कॉनकोर्स एरिया, स्टेशन पर लिफ्ट एवं एस्केलेटर की सुविधा, प्लेटफार्म क्षेत्र और एफओबी का उन्नयन, अतिरिक्त टिकटिंग सुविधा, दिव्यांग अनुकूल सुविधाएं, ग्रीन ऊर्जा के लिए स्टेशन भवन पर सौर पैनल का प्रावधान, रेन वाटर हार्बेस्टिंग का प्रावधान, वाटर रिसाइक्लिंग प्लांट, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन एवं अग्निशमन आदि की भी व्यवस्था होगी।
धार्मिक एवं पर्यटन दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण स्टेशन को विश्वस्तरीय स्टेशन बनाने के लिए पुनर्विकास से जुड़े कार्य पूरा होने के बाद यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं प्राप्त होगी। इससे पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के साथ-साथ अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार का सृजन होगा जिसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा।
स्टेशन पुनर्विकास का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को संरक्षा, बेहतर अनुभव एवं विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं प्रदान करना है। स्टेशन को विश्वस्तरीय रूप देते हुए स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधा से सुसज्जित करते हुए स्टेशन को ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जाएगा, जहां वेंटिलेशन आदि की पर्याप्त व्यवस्था होगी।
उन्होंने बताया कि उन्नयन की पहली कड़ी में गया स्टेशन के लिए नवादा जारी की गई है। करीब तीन सौ करोड़ रूपए की अनुमानित लागत से गया स्टेशन का पुनर्विकास कार्य 2024 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। पुनर्विकास के बाद गया स्टेशन उन्नत यात्री सुविधाओं के साथ तकनीक, स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का आकर्षक मेल बनेगा, यात्रियों को सेवा प्रदान करने की क्षमता तीन गुणा बढ़ जाएगी।
जानकारी के अनुसार, मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि दरभंगा के अलावे सीतामढ़ी, बापूधाम मोतीहारी, बेगूसराय एवं बरौनी सहित राजेंद्रनगर, बक्सर, मुजफ्फरपुर, पंडित दीन दयाल उपाध्याय, गया, धनबाद एवं सिंगरौली समेत 12 स्टेशनों पर पुनर्विकास की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।