दरभंगा में बंदरों का आंतक कोई नई बात नहीं है। यह वही दरभंगा है जहां, छत से एक नवजात को बंदरों ने नीचे फेंक दिया…मौत की यह दुस्साहस बंदरों के आगे फीका है। ताजा मामला, किलाघाट मंदिर का है। यहां पुजारी पर बंदरों का कहर बरपा है। बंदरों ने पानी टंकी की ईंट – सीधे खौलते तेल की कराही में गिरा दी। पुजारी संजय गिरी नाश्ता तल रहे थे। खौलते तेल में गिरी ईंट के छींटा से वह 60% झुलस गए हैं। पटना रेफर के बीच, आर्थिक संकट से फंसा इलाज क्या पूरा हो पाएगा?@प्रभास रंजन, दरभंगा, देशज टाइम्स।
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किलाघाट शिव मंदिर के पुजारी गरम तेल से झुलसे, बंदरों के हमले से मची अफरा-तफरी
दरभंगा | Deshaj Times। बंदरों के झुंड ने पुजारी संजय गिरी को बनाया निशाना, हालत नाजुक, इलाज निजी अस्पताल में जारी। “सरकार से मदद की उम्मीद, किलाघाट का पुजारी जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं!
ताजा जानकारी यह, किलाघाट स्थित प्राचीन शिव मंदिर के पुजारी संजय गिरी गंभीर रूप से झुलस गए हैं। वे मंदिर परिसर स्थित अपने आवास के सामने नाश्ते का ठेला लगाते हैं। सोमवार सुबह वे आंगन में खौलते तेल में नाश्ता तल रहे थे, तभी बंदरों के एक झुंड ने हमला कर दिया।
तेज आवाज के साथ कराही में गिरी ईंट
बंदरों ने पानी की टंकी पर रखी ईंटें गिरा दीं, जिनमें से एक ईंट सीधे खौलते तेल की कराही में गिरी। गरम तेल छिटक कर संजय गिरी के शरीर पर गिरा, जिससे उनका आधा शरीर बुरी तरह जल गया।
पत्नी ने बताई दर्दनाक दास्तां
संजय गिरी की पत्नी ने बताया कि –
“इलाके में बंदरों का उत्पात आम बात है। खाना लूट लेते हैं, टंकी खोल देते हैं। हमने पानी टंकी पर ईंट रख रखी थी ताकि बंदर उसे खोल न सकें। पर सोमवार को बंदरों की संख्या बहुत ज्यादा थी।”
इलाके में दहशत का माहौल
घटना के बाद जब मोहल्ले वालों ने बंदरों को भगाना चाहा, तो बंदरों ने उन्हें भी खदेड़ दिया। इस हमले से लोग बुरी तरह दहशत में हैं।
पटना रेफर, लेकिन इलाज निजी नर्सिंग होम में
घायल पुजारी को तुरंत दरभंगा अस्पताल ले जाया गया, लेकिन गंभीर जलन के कारण उन्हें पटना रेफर कर दिया गया। आर्थिक कारणों से परिवार उन्हें स्थानीय निजी नर्सिंग होम में इलाज करा रहा है। उनकी हालत अभी नाजुक बनी हुई है।
प्रशासन से मांग: बंदरों के आतंक से दिलाए राहत
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि: इलाके में बंदरों की आबादी नियंत्रित की जाए। पुजारी को आर्थिक सहायता दी जाए। बंदरों से बचाव के लिए स्थायी समाधान निकाला जाए।